MP Constable Recruitment Scam : पुलिस आरक्षक भर्ती 2023 में गड़बड़ी करने वालों की अब खैर नहीं, सीएम मोहन यादव ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश

पुलिस आरक्षक भर्ती 2023 में गड़बड़ी करने वालों की अब खैर नहीं, MP Constable Recruitment Scam: CM Mohan Yadav gave instructions to take strict action against the culprits

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  • Publish Date - June 7, 2025 / 09:26 PM IST,
    Updated On - June 8, 2025 / 12:13 AM IST

Sonam Raghuvanshi | Image Credit- MPDPR

भोपालः MP Constable Recruitment Scam मध्य प्रदेश 2023 पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में बड़ा घोटाला सामने आया है। इस बार मामला सिर्फ सॉल्वर गैंग या पेपर लीक का नहीं, बल्कि सीधे आधार डेटा और बायोमेट्रिक हेरफेर से जुड़ा है। इस बीच अब मुख्यमंत्री डॉ। मोहन यादव ने इसे लेकर सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री डॉ। यादव ने कहा कि इस प्रकार के आपराधिक कृत्य, जिनमें योग्य अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होता है, मध्यप्रदेश में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ। यादव ने कहा कि पुलिस मुख्यालय द्वारा स्वत: संज्ञान लेते हुए सभी सफल अभ्यर्थियों के बायोमेट्रिक डाटा और आधार हिस्ट्री की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। प्रथम दृष्ट्या इम्परसोनेशन पाए जाने पर अभ्यर्थियों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की गई है।

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अब तक 19 FIR, कई जिलों में जांच जारी

MP Constable Recruitment Scam अब तक इस मामले में ग्वालियर, मुरैना, शिवपुर और अलीराजपुर सहित कुल 5 से 6 जिलों में कुल 19 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। जांच एजेंसियां कोर्ट से मंजूरी लेने की कोशिश में हैं ताकि UIDAI से जरूरी डेटा लिया जा सके। माना जा रहा है कि अगर डेटा मिल गया, तो घोटाले की असली परतें खुलेंगी। आशंका जताई जा रही है कि इस पूरे मामले में कई दूसरे राज्यों के गिरोह भी शामिल हो सकते हैं।

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MP पुलिस भर्ती 2023 घोटाले में क्या हुआ है?

इस परीक्षा में कई उम्मीदवारों ने दूसरे लोगों से परीक्षा दिलवाने (इम्परसोनेशन) के लिए बायोमेट्रिक और आधार डेटा से हेरफेर किया।

क्या अब तक एफआईआर दर्ज की गई है?

हां, अब तक करीब 19 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और जांच विभिन्न जिलों में जारी है।

क्या यह सिर्फ मध्यप्रदेश तक सीमित है?

नहीं, अन्य राज्यों के गिरोहों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।

सरकार की तरफ से क्या कार्रवाई हो रही है?

मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस मुख्यालय सभी सफल अभ्यर्थियों के बायोमेट्रिक और आधार डेटा की जांच कर रहा है।

आगे क्या हो सकता है?

यदि UIDAI से डेटा एक्सेस मिल गया तो बड़ी संख्या में फर्जीवाड़े सामने आ सकते हैं और कई गिरफ्तारियां हो सकती हैं।