MP News: मुर्दों को भी नहीं छोड़ रहे भ्रष्टाचारी! मृत व्यक्तियों के नाम पर भरी प्रीमियम राशि, फिर इन दस्तावेजों से निकाल लिए जीवन ज्योति बीमा योजना के पैसे, ऐसे हुआ भंडाफोड़

MP News: Amount of Jeevan Jyoti Insurance Scheme was withdrawn by declaring him alive

  • Reported By: Nasir Gouri

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  • Publish Date - July 26, 2025 / 06:27 PM IST,
    Updated On - July 26, 2025 / 08:18 PM IST
HIGHLIGHTS
  • पंचायत सचिव और बीमा एजेंटों की मिलीभगत, दस्तावेजों का दुरुपयोग
  • ईओडब्ल्यू कर रही है जांच, कई और नाम आने की संभावना

ग्वालियरः MP News:  मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। योजना में मृत्यु पश्चात मिलने वाली बीमा राशि दो लाख रुपये लेने के लिए मृतकों को जिंदा बताकर बीमा का प्रीमियम भरा गया। इतना ही नहीं ज्यादा से ज्यादा लोगों के नाम पर ठगी करने के लिए मृत्यु स्थल यानी जिले से लेकर प्रदेश तक बदल दिए गए। एजेंसियों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिए। इनके आधार पर सत्यापन कराकर बीमा कंपनियों से राशि ली गई है। मामले में ग्रामीण क्षेत्रों में सचिवों की भी साठगांठ सामने आई है। पूरे घोटाले की जांच आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ यानी ईओडब्ल्यू कर रही है। जिसने एक नेटवर्क का खुलासा किया है।

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शुरुआती जांच में समाने आया है कि मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी द्वारा अभी तक 325 प्रकरण ओर एस.बी.आई. लाइफ इंश्योरेंस द्वारा 679 प्रकरणों कुल 1004 क्लेम प्रकरणों के दस्तावेज मिले है, जिनमें लगभग 20 करोड़ रुपये का भुगतान मिला है। शेष कंपनियों से जानकारी रिकार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया चल रही है। इस दौरान ईओडब्लू ने ग्वालियर, भिंड ओर मुरैना के पांच-पांच केसों को अपनी जांच में लिया है। जिसमें फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। ईओडब्लू एसपी दिलीप सिंह तोमर के मुताबिक आरोपियों द्वारा जिनमें कुछ बीमा एजेंट हैं, वो पंचायत सचिव से मिलकर ऐसे व्यक्तियों की तलाश की, जिनकी मृत्यु हो चुकी थी। उनके परिजनों को बीमा राशि अथवा सरकार से सहायता के नाम पर मूल दस्तावेज प्राप्त किए। मृतक को जीवित दिखाकर उसका बैंक एकाउंट खोला। पुनः फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र तैयार कराकर बीमा क्लेम प्राप्त किया है। फिलहाल ईओडब्लू पुलिस ने गिरोह में जिग्नेश प्रजापति, दीपमाला मिश्रा, विवेक दुबे के नाम समाने आएं। लेकिन बहुत से नाम आने बाकी है।

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इन जगहों पर हुआ फर्जीवाड़ा

मिली जानकारी के अनुसार ग्वालियर में नदीम, इरशाद, नसीमा, सिमरन, कृष्णा शंखवार के जीवित रहते हुए फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र नगर निगम ग्वालियर से बनवाकर मैक्स लाइफ इंश्योरेंस से प्रत्येक प्रकरण में 2-2 लाख रूपये का बीमा क्लेम छलपूर्वक प्राप्त किया गया। वहीं मुरैना में अरुण कुशवाह, राजाबेटी, सीमाबाई, कल्याण महौर, सुनीताबाई की मृत्यु पूर्व में ही हो चुकी थी, उनको जीवित बताकर उनका प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में पंजीकरण कर उनका पुनः फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाकर एस.बी.आई. लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से प्रत्येक प्रकरण में 2-2 लाख का बीमा क्लेम निकाला दया। इसके अलावा भिंड में बलवीर सिंह राठौर, लक्ष्मण श्रीवास, शशी विमल, मंजूबाई, अरविंद उक्त व्यक्तियों में से 4 की मृत्यु पूर्व में हो चुकी थी, उनको जीवित बताकर बीमा का पैसा दो-दो लाख रुपए निकाला गया।

पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) क्या है?

यह एक सरकारी जीवन बीमा योजना है जिसमें वार्षिक ₹436 प्रीमियम पर 2 लाख रुपये की मृत्यु बीमा राशि मिलती है।

इस घोटाले में कैसे फर्जीवाड़ा किया गया?

मृतकों के नाम पर फर्जी प्रमाण-पत्र और बैंक खाते बनवाकर बीमा कंपनियों से मृत्यु क्लेम लिया गया।

किन जिलों में यह घोटाला हुआ है?

मुख्य रूप से ग्वालियर, भिंड और मुरैना जिलों में यह घोटाला सामने आया है।

क्या इसमें सरकारी कर्मचारी भी शामिल थे?

हां, पंचायत सचिवों और बीमा एजेंटों की मिलीभगत सामने आई है।

मामले की जांच कौन कर रहा है?

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) मामले की जांच कर रहा है और गिरोह के कई सदस्य पहचान में आ चुके हैं।