Naxal Surrender In Balaghat: नक्सलियों को लगा एक और बड़ा झटका, CC मेंबर सुनीता ने किया सरेंडर, कई और नक्सली कर रहे आत्मसमर्पण की तैयारी

Naxal Surrender In Balaghat: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में लंबे समय से सक्रीय महिला नक्सली सुनीता ने सरेंडर कर दिया है।

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  • Publish Date - November 2, 2025 / 03:01 PM IST,
    Updated On - November 2, 2025 / 03:01 PM IST

Naxal Surrender In Balaghat/Image Credit: IBC24 X Handle

HIGHLIGHTS
  • बालाघाट जिले में लंबे समय से सक्रीय महिला नक्सली सुनीता ने सरेंडर कर दिया है।
  • सुनीता लंबे समय से संगठन के सक्रिय सदस्य के रूप में काम कर रही थी।
  • सुनीता सीसीएम (CCM) रामदेर की पर्सनल गार्ड के रूप में तैनात थी।

Naxal Surrender In Balaghat: बालाघाट: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में नक्सल मोर्चे पर पुलिस की टीम को बड़ी सफलता मिली है। बालाघाट जिले में लंबे समय से सक्रीय महिला नक्सली सुनीता ने सरेंडर कर दिया है। सुनीता के सरेंडर की पुष्टि करते हुए पुलिस अधिकारीयों ने कहा कि, सुनीता लंबे समय से संगठन के सक्रिय सदस्य के रूप में काम कर रही थी और सीसीएम (CCM) रामदेर की पर्सनल गार्ड के रूप में तैनात थी।

2022 से नक्सल संगठन में सक्रीय थी सुनीता

Naxal Surrender In Balaghat:  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, महिला नक्सली सुनीता मूलतः छत्तीसगढ़ के बीजापुर की निवासी है और साल 2022 में नक्सली संगठन से जुड़ी थी। संगठन से जुड़ने के बाद सुनीता कई बड़ी वारदातों में शामिल रही और बालाघाट, मंडला और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में काम कर रही थी। नक्सलियों द्वारा किए जा रहे सरेंडर और पुलिस के बढ़ते दबाव को देखते हुए सुनीता ने मुख्यधरा में लौटने का फैसला किया।

संगठन को लगा बड़ा झटका

Naxal Surrender In Balaghat:  वहीं सुनीता का आत्मसमर्पण करना नक्सली संगठनों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि, सुनीता संगठन में एक महत्वपूर्ण पद पर पदस्थ थी। सुनीता न केवल संगठन की सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियों में शामिल थी, बल्कि नए भर्ती अभियानों में भी भूमिका निभा रही थी।

टीम के कई सदस्य भी आत्मसमर्पण की तैयारी में

Naxal Surrender In Balaghat:  सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सुनीता के आत्मसमर्पण के बाद टीम के कई अन्य सदस्य भी सरेंडर की तैयारी में हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ चल रहे ऑपरेशन को और तेज कर दिया है। बालाघाट पुलिस ने बताया कि राज्य और केंद्र सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सुनीता को सभी कानूनी लाभ दिए जाएंगे। उसके आत्मसमर्पण के बाद उसे सुरक्षा और पुनर्वास सहायता दी जाएगी, ताकि वह समाज की मुख्यधारा में लौट सके।

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