Neemuch News Today: भाई ने जिंदा बहन का ​कर​ दिया अंतिम संस्कार, रिश्तेदारों को बुलाकर कराया मृत्युभोज, जानिए क्यों किया ऐसा

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Reported By: Ravi Raikwar

Modified Date: May 15, 2025 / 02:31 PM IST
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Published Date: May 15, 2025 2:28 pm IST
HIGHLIGHTS
  • प्रेम विवाह का विरोध
  • गोरनी प्रथा का उपयोग
  • सामाजिक बहिष्कार

राकेश राठौर, नीमच: Neemuch News Today देश ही नहीं दुनियाभर में इन दिनों प्रेम विवाह का चलन तेजी से बढ़ने लगा है, लेकिन कई ऐसे देश हैं जहां प्रेम विवाह को लेकर विरोध का सामना करना पड़ता है। भारत के भी कई राज्य हैं, जहां प्रेम विवाह करने वाले कपल को सामाजिक बहिस्कार का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं कई बार तो नवदंपति की हत्या किए जाने की भी खबरें सामने आ चुकी है। लव मैरिज से जुड़ा ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के नीमच से सामने आया है, जहां युवती के भाई ने जिंदा बहन का अंतिम संस्कार कर दिया, साथ ही रिश्तेदारों को बुलाकर मृत्युभोज भी कराया।

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Neemuch News Today मिली जानकारी के अनुसार मामला बघाना का है, जहां भाई ने बहन के भाग जाने और लव मैरिज से नाराज होकर उसे मृत मान लिया। यही नहीं भाई और परिवारजनों ने बहन का अंतिम क्रियाकर्म तक कर डाला और समाज को बारहवें का खाना भी खिला दिया। बताया गया कि 13 मई को जब पुलिस लड़की को ढूंढकर लाई तो उसने अपने प्रेमी के साथ रहने की इच्छा जताई। इस बात से आहत भाई ने बहन के नाम का शाौक संदेश लिखवाया और उसे रिश्‍तेदारों के यहां भेजकर बारहवें के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया।

परिवार ने हमेशा के लिए छोड़ने का लिया फैसला

बहन के इस फैसले और पुलिस के फरमान से नाराज भाई व परिजनों ने बहन को हमेशा के लिए त्यागने का फैसला किया। उन्होंने बेटी के नाम की शोक संदेश बनवाया और उसमें लिखा ”अत्यंत दुःख के साथ सूचित किया जा रहा है कि स्व. अमरसिंह तौर की सुपुत्री, विक्रम, चेतन, एवं अंकित की छोटी बहन कल्पना यादव का असामयिक निधन दिनांक 25/04/2025 को हो गया, जिसकी बाहरवीं की धूप ध्यान की रस्म दिनांक 14/05/2025 बुधवार को हमारे निजनिवास पठारी यादव मोहल्ला पर सम्पन्न होगी” हमारे लिए मर चुकी है बहन- लड़की के भाई विक्रम ने बताया कि परिवार वालों ने बहन की तस्वीर पर माला चढ़ाकर विधिवत अंतिम संस्कार किया। इस दौरान बहन के अन्‍य रिश्‍तेदार भी वहां मौजूद रहे। सभी ने कहा कि यह लड़की हमारे लिए मर चुकी है। उसकी गोरनी का कार्यक्रम रखकर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया है। अब वह हमारे लिए जीवित नहीं है। शहरवासी परिवार के इस कदम से हैरान हैं।

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नीमच में जिंदा बहन का अंतिम संस्कार क्यों किया गया?

परिवार ने बहन के प्रेम विवाह करने और परिवार की मर्जी के खिलाफ जाने के कारण उसे मृत मान लिया और सामाजिक बहिष्कार के तहत उसका अंतिम संस्कार किया।

नीमच के इस मामले में गोरनी प्रथा का क्या रोल था?

मालवा क्षेत्र की गोरनी प्रथा के तहत मृत्यु के बाद तर्पण और अंतिम रस्में की जाती हैं। परिवार ने इस प्रथा का उपयोग बहन को सामाजिक रूप से "मृत" घोषित करने के लिए किया।

नीमच में प्रेम विवाह के बाद सामाजिक बहिष्कार कैसे हुआ?

कल्पना के प्रेम विवाह के बाद परिवार ने उसे त्याग दिया, शोक संदेश छपवाया, और अंतिम संस्कार कर समाज को यह दिखाया कि वह उनके लिए मर चुकी है।

नीमच में मृत्युभोज का आयोजन क्यों किया गया?

परिवार ने बहन को मृत मानकर बारहवीं की रस्म और मृत्युभोज का आयोजन किया, ताकि समाज में यह संदेश जाए कि वह अब उनके लिए जीवित नहीं है।

नीमच के इस मामले में पुलिस की क्या भूमिका थी?

पुलिस ने 13 मई को कल्पना को ढूंढकर लाया, लेकिन उसने प्रेमी के साथ रहने की इच्छा जताई, जिसके बाद परिवार ने उसे त्यागने का फैसला किया।