Extortion From BJYM Leader : भाजयुमो नेता की रंगदारी का पर्दाफाश, अवैध बत्ती और हूटर वाली कार को रोककर पुलिस ने निकाली हेकड़ी

भाजयुमो नेता की रंगदारी का पर्दाफाश..Extortion From BJYM Leader: Extortion of BJYM leader exposed, police showed arrogance by stopping

  •  
  • Publish Date - February 1, 2025 / 02:19 PM IST,
    Updated On - February 1, 2025 / 02:24 PM IST

Extortion From BJYM Leader: Image Source-IBC24

नीमच : Extortion From BJYM Leader शहर में शुक्रवार देर रात यातायात पुलिस ने एक भाजयुमो नेता की अवैध रूप से बत्ती और हूटर लगी कार को रोका। पुलिस ने बिना किसी दबाव के कार्रवाई करते हुए कार को खड़ा करवा दिया। कार पर लाल और नीली बत्तियाँ लगी हुई थीं, जो केवल सरकारी अधिकारियों को लगाने की अनुमति होती है। इसके अलावा, कार में हूटर भी था, जो एक और अवैध तत्व था। जैसे ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू की, नेता के रिश्तेदार और समर्थक फोन करने लगे, लेकिन पुलिस ने किसी की बात नहीं सुनी और अपनी कार्रवाई जारी रखी।

Read More : Dhamtari Mayor Election 2025: इस निगम में नहीं होगा कांग्रेस का कोई उम्मीदवार, डमी कैंडिडेट का नामांकन हुआ निर्दलीय, अब चुनावी मैदान में सिर्फ 8 उम्मीदवार

Extortion From BJYM Leader पुलिस ने कार का चालान बनाते हुए करीब 3,000 रुपए का जुर्माना लगाया। यह कार रामपुरा के एक भाजयुमो नेता की बताई जा रही है। इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने स्पष्ट रूप से यह संदेश दिया कि नेतागिरी की आड़ में कोई भी व्यक्ति अवैध गतिविधियों को बढ़ावा नहीं दे सकता। इस घटना ने नीमच में उन लोगों के लिए चेतावनी का काम किया है, जो बिना किसी अधिकार के सरकारी उपकरणों का दुरुपयोग करने की कोशिश करते हैं।

क्यों पुलिस ने भाजयुमो नेता की कार को रोका?

पुलिस ने कार को अवैध रूप से लाल और नीली बत्तियाँ और हूटर लगाए होने के कारण रोका, जो सरकारी अधिकारियों को ही इस्तेमाल करने की अनुमति होती है।

पुलिस ने कार का क्या किया?

पुलिस ने कार को खड़ा करवा दिया और चालान काटा, जिसके तहत 3,000 रुपए का जुर्माना लगाया गया।

यह कार किसकी थी?

यह कार रामपुरा के एक भाजयुमो नेता की थी।

नेता के समर्थन में कोई फोन आया था?

हां, जैसे ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू की, नेता के समर्थक और रिश्तेदारों ने फोन किया, लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी और कार्रवाई पूरी की।

इस घटना से क्या संदेश मिला?

इस घटना से यह संदेश मिला कि कोई भी व्यक्ति अवैध गतिविधियों को बढ़ावा नहीं दे सकता, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।