Reported By: Rakesh Rathore
,Neemuch Crime News/Image Source: IBC24
नीमच: Neemuch Crime News: सिटी थाना क्षेत्र के एक गाँव में एक युवती ने अपने पड़ोसी पर घर में घुसकर छेड़छाड़ और मारपीट करने का आरोप लगाया है। सोमवार रात हुई इस घटना के समय पीड़िता और उसकी छोटी बहन घर पर अकेली थीं। युवती का आरोप है कि पुलिस को सूचना देने के बाद जब वे शिकायत दर्ज कराने थाने पहुँचे तो संबंधित पुलिस अधिकारी ने उनकी बताई हुई घटना को नज़रअंदाज़ कर अपनी मर्ज़ी से आवेदन तैयार किया और हस्ताक्षर करवा लिए। आरोप है कि आवेदन फाड़कर नया बयान भी लिखवाया गया। इसी कारण पीड़िता ने पुलिस अधिकारी पर आरोपी पक्ष से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए मंगलवार को पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
ग्रामीण क्षेत्र निवासी युवती ने एसपी को दिए आवेदन में बताया कि सोमवार शाम करीब 6 बजे वह अपनी छोटी बहन के साथ घर के अंदर खाना बना रही थी। उनके माता-पिता एक पारिवारिक कार्यक्रम में बाहर गए थे। इसी दौरान पड़ोसी गोविंद बंजारा मौका पाकर घर में घुस आया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। जब दोनों बहनों ने विरोध किया, तो गोविंद ने मारपीट की। दोनों के जोर से चिल्लाने पर आरोपी वहाँ से भाग गया। घटना के बाद मोहल्ले के लोग भी इकट्ठा हो गए। घटना के बाद डरी-सहमी युवती ने अपने परिजन को फोन कर जानकारी दी। परिजनों की मदद से 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी गई। युवती के अनुसार, पुलिस गाड़ी लगभग एक घंटे बाद पहुँची, लेकिन यह कहकर लौट गई कि वे थाने आकर शिकायत दर्ज कराएँ।
Neemuch Crime News: रात करीब 10 बजे युवती अपनी माँ, पड़ोसियों और एक संबंधी के साथ थाने पहुँची। युवती ने बताया कि ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अधिकारी दयाल हाड़ा ने माँ और दोनों बहनों को कमरे में बुला लिया और बाकी लोगों को बाहर रहने को कहा। युवती ने पिता से बात कराने का अनुरोध किया, लेकिन अधिकारी ने मना कर दिया। युवती का आरोप है कि अधिकारी ने उनकी पूरी बात सुनने के बावजूद वास्तविक घटना को एफआईआर में शामिल नहीं किया। उन्होंने अपनी मर्ज़ी से आवेदन बनाया और उस पर हस्ताक्षर करवा लिए। बाहर आकर जब युवती ने आवेदन पढ़ा, तो उसमें घटना का विवरण पूरी तरह बदल हुआ था। आपत्ति जताने पर भी अधिकारी ने बात नहीं सुनी और उन्हें घर भेज दिया।
Neemuch Crime News: अगले दिन सुबह युवती को स्थानीय चौकी बुलाया गया, जहाँ उसके बयान लिए गए। पीड़िता का आरोप है कि रात में लिखा गया आवेदन फाड़ दिया गया और नया आवेदन तैयार कर फिर से हस्ताक्षर करवाए गए, जो असल घटना से मेल नहीं खाता। इससे उसे पुलिस की नीयत पर शक हुआ। युवती ने यह भी बताया कि आरोपी की माँ उन्हें धमका रही थी। वह कह रही थी कि पुलिस अधिकारी उसके पति के दोस्त हैं और वही कार्रवाई होगी जो वे चाहेंगे। उसने जातिसूचक शब्द भी कहे और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित परिवार ने एसपी से आरोपी और संबंधित पुलिस अधिकारी दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। थाना प्रभारी पुष्पा चौहान के अनुसार, मामला संज्ञान में आते ही युवती और उसके माता-पिता को थाने बुलाया गया है। युवती के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। आरोपी की तलाश में टीमें भेज दी गई हैं और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी की जाएगी। आवेदन में किसने और किस तरह की हेरफेर की, इसकी भी जांच की जाएगी।