LIVE 'जनजाति गौरव दिवस' समारोह से PM मोदी का संबोधन, बोले 'जीवन का एक महत्वपूर्ण कालखण्ड आदिवासियों के बीच में बिताया' |

LIVE ‘जनजाति गौरव दिवस’ समारोह से PM मोदी का संबोधन, बोले ‘जीवन का एक महत्वपूर्ण कालखण्ड आदिवासियों के बीच में बिताया’

'जनजाति गौरव दिवस' समारोह से पीएम मोदी का संबोधन, बोले 'जीवन का एक महत्वपूर्ण कालखण्ड आदिवासियों के बीच में बिताया'

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:12 PM IST, Published Date : November 15, 2021/2:24 pm IST

भोपाल।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में आज ‘राशन आपके ग्राम’ योजना और हिमोग्लोबिनोपैथी मिशन का शुभारंभ किया। साथ ही रतलाम ज़िले में बनने वाले एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे।
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वहीं पीएम ने भोपाल में आयोजन जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर बोले कि आज भारत अपना पहला जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। आज़ादी के बाद देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर, पूरे देश के जनजातीय समाज की कला-संस्कृति, स्वतंत्रता आंदोलन और राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान को गौरव के साथ याद किया जा रहा है, उन्हें सम्मान दिया जा रहा है। पीएम ने कहा कि मैने अपने जीवन का एक महत्वूपूर्ण कालखण्ड आदिवासियों के बीच बिताया है।

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मोदी ने कहा कि आपने अपने नृत्य और गीत के द्वारा बताया कि शरीर चार दिनों का है अंत में मिट्टी में मिल जाएगा। खाना-पीना खूब किया, भगवान का नाम भुलाया। मौज मस्ती में जीवन बिता दिया, जीवन सफल नहीं किया। घर में उत्पात भी खूब किया, जब अंत समय आया तो पछताना व्यर्थ है। धरती खेत खलिहाल किसी के नहीं हैं। ये धन, दौलत किसी के साथ नहीं जाएंगे। सब यहीं रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन जनजातीय गीतों में जीवन का तत्वज्ञान है। उन्होंने कहाकि इससे बड़ी किसी देश की विरासत, ताकत और पूंजी क्या हो सकती है।

पीएम ने कहाकि घर तक राशन पहुंचने से आदिवासी समुदाय को काफी फायदा मिलेगा। आयुष्मान भारत के जरिए पहले ही आदिवासी समुदाय को विभिन्न रोगों का इलाज मिल रहा है। पीएम ने कहा कि जनजातीय लोगों के योगदान को बताता हूं तो लोग हैरान होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि आजादी के बाद लंबे समय तक लोगों को जनजातीय समाज के लोगों के बारे में बताया ही नहीं गई। वनवासियों के साथ बिताए समय ने भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम बनाया। आदिवासी समाज के महत्व को प्राथमिकता न देकर पूर्व की सरकारों ने जो गलती की है, उस पर लगातार बोला जाना आवश्यक है।

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देश में कुछ राजनीतिक दलों ने जनजातीय समाज को वंचित रखा गया। चुनाव के समय इन्हीं सुविधाओं की पूर्ति के नाम पर सत्ता का भोग किया गया। गुजरात का मुख्यमंत्री बनने और देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद मैंने इस दिशा में ध्यान दिया। पीएम ने कहाकि जिस तरह से देश के अन्य हिस्सों में सुविधाएं विकसित हो रही हैं, उसी रफ्तार से आदिवासी समुदाय को भी वह सुविधाएं मिल रही हैं।