मामा का महामंथन.. चुनावी मोड में मध्यप्रदेश! क्या है शिवराज सरकार के महामंथन के सियासी मायने?

मामा का महामंथन.. चुनावी मोड में मध्यप्रदेश! political meaning of the great churning of Shivraj government

मामा का महामंथन.. चुनावी मोड में मध्यप्रदेश! क्या है शिवराज सरकार के महामंथन के सियासी मायने?
Modified Date: November 29, 2022 / 08:24 pm IST
Published Date: March 25, 2022 11:28 pm IST

भोपालः अगले दो दिन तक मध्यप्रदेश की सरकार पचमढ़ी से चलेगी और इसकी वजह है यहां होने वाला चिंतन शिविर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अगले दो दिन पचमढ़ी में सभी मंत्रियों से वन टून वन चर्चा करेंगे और आगे की रणनीति तैयार करेंगे। पहले दिन मुख्यमंत्री अलग अलग मंत्री समूहों को सौंपे गए कामों का अपडेट लेंगे। जबकि अगले दिन मंत्रियों से उनके प्रभार वाले जिलों की जानकारी ली जाएगी यानी एक तरह से हर विभाग की समीक्षा की जाएगी।

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तमाम विचार विमर्श के बाद फैसले तुरंत लिए जा सके इसलिए हर विभाग के एसीएस और पीएस को भी पचमढ़ी में रहने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री समूह को जनता से मिले सुझावों और समीक्षा बैठक में हुई चर्चा के बाद कार्ययोजना तैयार की जाएगी ताकि अगले दो सालों में आम जनता को ज्यादा से ज्यादा सरकारी योजनाओं का फायदा मिल सके।

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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।