Raisen News: बरसात में तिरपाल के सहारे अंतिम संस्कार, टायर और लकड़ियों के सहारे जली चिता, मुक्तिधाम में टीनशेड नहीं

Raisen News: बरसात में तिरपाल के सहारे अंतिम संस्कार, टायर और लकड़ियों के सहारे जली चिता, मुक्तिधाम में टीनशेड नहीं

  • Reported By: Santosh Malviya

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  • Publish Date - August 1, 2025 / 10:09 AM IST,
    Updated On - August 1, 2025 / 10:09 AM IST

Raisen News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • बरसात में शव जलाने को मजबूर ग्रामीण,
  • तिरपाल-डीजल-टायर से करना पड़ रहा अंतिम संस्कार,
  • टीनशेड नहीं, एक साल से अधूरी है मांग,

रायसेन: Raisen News:  ग्रामीण क्षेत्रो में मुक्तिधाम में टीनशेड नहीं होने से बरसते पानी में डीजल और टायर जलाकर करना पड़ रहा है। अंतिम संस्कार जिले की यह पहली तस्वीर नही इसके पूर्व साँची जनपद बेगमगंज जनपद पंचायत की पंचायतों के हाल हम बता चुके है। ऐसा नही है कि पंचायतों को मुक्तिधाम निर्माण टीनशेड निर्माण के लिए सरकार बजट नही देती सरकार बराबर बजट देती है लेकिन सरपंच सचिव के भ्र्ष्टाचार के चलते मुक्तिधाम नही बन पाते पूर्ववर्ती शिवराज सरकार ने प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों को मुक्तिधाम निर्माण के लिए बजट दिया था।

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Raisen News:  आजादी के 77 साल बीत जाने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में अंतिम संस्कार करने के लिए मानवता को शर्मशार करने वाली घटनाएं सामने आ रही है। बारिश के चार महीने में किसी की मृत्यु हो जाए तो उस परिवार को पहले बारिश थमने का इंतजार करना पड़ता है या फिर शव जलाने के लिए अपने साथ तिरपाल, डीजल और टायर की व्यवस्था करके ले जाना पड़ती है। चारों दिशाओं में लोग बांस के सहारे तिरपाल को पकड़कर खड़े होते है, तब अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूर्ण हो पाती है। ऐसी स्थिति सिलवानी तहसील के गांव सिंगौटा में गुरुवार को देखने मिली।

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Raisen News:  ग्राम पंचायत बम्होरी (वर्धा) के ग्राम सिंगौटा में मुक्तिधाम में टीनशेड तक नहीं है। बारिश में लोगों को तिरपाल, डीजल और टायर की व्यवस्था करके अंतिम संस्कार करना पड़ता है। ग्राम की बुजुर्ग महिला प्रेमबाई चढ़ार उम्र लगभग 70 साल का गुरुवार को बरसते पानी में डीजल और टायर की व्यवस्था करके अंतिम संस्कार करना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार मुक्तिधाम में टीनशेड की मांग को लेकर आवेदन दे चुके है। गत वर्ष 26 अगस्त को ग्राम के जागरूक नागरिक ने जनपद पंचायत सिलवानी की सीईओ नीलम रायकवार को समस्या से अवगत कराया था। तब सीईओ द्वारा सचिव को भेजकर 7 दिवस में मुक्तिधाम में टीनशेड निर्माण करने की बात कही थी। लेकिन एक साल में भी उक्त समस्या का हल नहीं हुआ।

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Raisen News:  ग्रामीणों के अनुसार बरसात के मौसम में किसी की मृत्यु होने पर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह जानकारी अधिकारियों को भी है, लेकिन गांव के मुक्तिधाम में टीनशेड का निर्माण तक नहीं कराया जा रहा है। इस संबंध में एसडीएम पीसी शाक्य ने बताया कि ग्राम सिंगौटा में मुक्तिधाम में टीनशेड नहीं होने को लेकर सीईओ से बात हुई है। मुक्तिधाम की भूमि को लेकर समस्या है। जिसे शीघ्र हल कर दिया जाएगा।

"मुक्तिधाम में टीनशेड नहीं" होने पर ग्रामीण क्या विकल्प अपनाते हैं?

ग्रामीण बारिश के समय अंतिम संस्कार के लिए तिरपाल, डीजल और टायर की व्यवस्था कर खुले में ही संस्कार करने को मजबूर होते हैं।

क्या सरकार "मुक्तिधाम निर्माण के लिए बजट" देती है?

हाँ, सरकार द्वारा प्रत्येक पंचायत को मुक्तिधाम निर्माण और टीनशेड निर्माण के लिए बजट आवंटित किया जाता है, लेकिन भ्रष्टाचार के कारण कई बार इसका सही उपयोग नहीं होता।

"ग्राम सिंगौटा में टीनशेड" कब तक बन जाएगा?

प्रशासन के अनुसार, भूमि से संबंधित समस्या हल करने के बाद शीघ्र ही टीनशेड निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा।

अगर "मुक्तिधाम निर्माण की शिकायत" करनी हो तो ग्रामीण क्या करें?

ग्रामीण जनपद पंचायत, सीईओ या एसडीएम कार्यालय में लिखित आवेदन देकर या जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

क्या किसी अधिकारी ने "मुक्तिधाम में टीनशेड" को लेकर जांच या कार्रवाई की है?

हाँ, ग्राम सिंगौटा की समस्या पर सीईओ और एसडीएम द्वारा संज्ञान लिया गया है और निर्माण के लिए प्रक्रिया प्रारंभ करने की बात कही गई है।