सतना: नदी व कुंड में डूबने की अलग-अलग घटनाओं में मामा-भांजे सहित तीन लोगों की मौत

सतना: नदी व कुंड में डूबने की अलग-अलग घटनाओं में मामा-भांजे सहित तीन लोगों की मौत

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  • Publish Date - August 11, 2025 / 01:47 PM IST,
    Updated On - August 11, 2025 / 01:47 PM IST

सतना (मध्यप्रदेश), 11 अगस्त (भाषा) मध्यप्रदेश के सतना जिले में नदी और कुंड में डूबने की दो अलग-अलग घटनाओं में मामा-भांजे सहित तीन लोगों की मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी के मुताबिक पहली घटना जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल धारकुंडी आश्रम स्थित अघमर्षण कुंड में हुई, जहां नहाने के दौरान मामा-भांजे की मौत हो गई।

धारकुंडी थाना प्रभारी शैलेन्द्र पटेल ने बताया कि रविवार को जैतवारा थाने के बम्हौरी निवासी अमन त्रिपाठी (24) अपने रिश्तेदार नीलेश त्रिपाठी और भांजे अजय पांडेय (18) के साथ अघमर्षण कुंड में स्नान करने के लिए उतरे थे।

उन्होंने बताया कि बारिश की वजह से कुंड में काफी पानी था और नहाने के दौरान तीनों डूबने लगे।

पटेल ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया लेकिन अमन और उसके भांजे अजय को बचाया नहीं जा सका।

उन्होंने बताया कि नीलेश को स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया और उसकी हालत खतरे से बाहर है।

थाना प्रभारी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

एक अन्य घटना जिले के सिंहपुर थाने की है, जहां कजलियां विसर्जन करने गए एक युवक की नदी में डूबने से मौत हो गई।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान सुजावल निवासी योगेन्द्र कुशवाहा (36) के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि कजलियां विसर्जन के दौरान संतुलन बिगड़ने से योगेन्द्र नदी में गिर गया।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीईआरएफ) के गोताखोरों ने कुछ घंटे की कोशिश के बाद योगेन्द्र को तलाश लिया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में रक्षाबंधन के अगले दिन कजलियां पर्व मनाया जाता है। इसे कई स्थानों पर ‘भुजरियां’ या ‘भुजलिया’ के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार प्रकृति प्रेम और खुशहाली से जुड़ा है।

भाषा सं ब्रजेन्द्र खारी

खारी