फिर गर्म सलाखों का शिकार हुई 3 माह की मासूम, 51 बार दागने के बाद तोड़ा दम, प्रशासन कर रहा कार्रवाई

Innocent was burnt with hot bars गर्म सलाखों से बच्चों को दागने का दूसरा मामला, एक और बच्ची को गर्म सलाखों के दागने से मौत

फिर गर्म सलाखों का शिकार हुई 3 माह की मासूम, 51 बार दागने के बाद तोड़ा दम, प्रशासन कर रहा कार्रवाई

Mother buried the innocent child alive in the ground

Modified Date: February 5, 2023 / 01:03 pm IST
Published Date: February 5, 2023 11:51 am IST

Innocent was burnt with hot bars: शहडोल। मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले शहडोल में मासूम बच्चों को गर्म सलाखों से दागने के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे। अंधविश्वास में बच्चों को गर्म सलाखों से दागकर इलाज करने की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। इन दिनों ऐसे मामले बढ़ते जा रहे है। जिसके चलते कई मासूमों की जान तक जा रही है। शहडोल जिले के सिंहपुर समातपुर से एक और ताजा मामला सामने आया है।

मासूम को दागने का दूसरा मामला

Innocent was burnt with hot bars: 24 बार गर्म सलाखों से दागने से अब 3 माह की बालिका की मौत का मामला सामने आया है। दागना से जिले में लगातार दूसरी मौत है। जानकारी के अनुसार तीन माह की शुभी कोल को सांस लेने में समस्या थी। जिसके इलाज कराने के जगह मासूम को गर्म सलाखों से 21 बार दाग दिया गया। गौरतलब है कि सामतपुर गांव से 3 किमी पड़ोस के गांव कठौतिया में भी 51 बार दागने से 4 दिन पहले एक बालिका की मौत हुई थी।

प्रशासन पर उठ रहे कई सवाल

Innocent was burnt with hot bars: सामतपुर गांव के ग्रामीणों का कहना था कि जिन यहां पर कोई भी बताने के लिए इस विषय में नहीं आता ना ही योजनाओं के विषय में कोई चर्चा होती है। जब ऐसी कोई समस्या समस्या होती है तो अधिकारी आते हैं और चले जाते हैं लेकिन इस दागा के विषय में ना ही अन्य विषय में कोई जागरुकता गांव पर नहीं की जाती है, ना ही महिला बाल विकास किया अधिकारी एवं मैदानी अमला गांव पर पहुंचता है। सब जमीनी पर सारे दावे खोखले नजर आते हैं। आदिवासी बहुल शहडोल में हालात बदत्तर है। यहां पर ना तो विकास की कोई काम हुए है ना ही कोई अंधविश्वास को लेकर कोई जागरुकता नहीं किया गया है।

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परिजनों पर डाला दबाव

Innocent was burnt with hot bars: दाग के इस मामले को लेकर जब मासूम के घर वालों से बात की गई तो प्रशासन के दबाव में पिता और दादा ने बताया कि बच्ची को हमने दागा नहीं था। उसको तो चेचक और गांव की भाषा में माताजी निकालना कहते हैं उसके कारण उसके दाग पड़े थे लेकिन हकिकत कुछ औ ही थी। इस विषय में आसपास चर्चा की तो बताया गया कि प्रशासन द्वारा इनको दबाव देकर यह सब कहने को मजबूर किया है।

प्रशासन हुआ सख्त, हुई कड़ी कार्रवाई

Innocent was burnt with hot bars: लगातार 2 बच्चियों की दगना से मौत के बाद प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, महिला बाल विकास अधिकारी तथा जिला टीकाकरण अधिकारी के द्वारा प्रभावित ग्राम सामतपुर एवं कठौतिया विकासखंड सोहागपुर का भ्रमण किया गया। भ्रमण में मैदानी कर्मचारियों के साथ-साथ विकासखंड स्तरीय कर्मचारी- अधिकारियों की गंभीर लापरवाही सामने आई है । जिन पर दंडात्मक कार्रवाई करते हुए सेक्टर मेडिकल ऑफिसर, खण्ड विस्तार प्रशिक्षक, एल.एच.व्ही., खंड कार्यक्रम प्रबंधक, खंड कम्युनिटी मोबिलाइजर, 02 कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर, 02 आरबीएसके चिकित्सा अधिकारीयों के मुख्यालय बदल दिए गए है। खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ वाय के पासवान को कारण बताओ सूचना जारी की गयी है। साथ ही 2 आशा कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगी की सेवा समाप्त की गई है।

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विगत 2018 से मीडिया क्षेत्र में कार्यरत्त हूं। इलेक्ट्रनिक मीडिया के साथ डिजिटल मीडिया का अनुभव है। Jake of All Master Of None...