Police Custody Brutality: एमपी में हथकड़ी में हैवानियत! थाने के भीतर आदिवासी की पिटाई का आरोप, उबाल पर जनता, धरने में बैठे मंत्री

आदिवासी युवक की पिटाई का आरोपकृथाना परिसर में ग्रामीणों का धरनाए थाना प्रभारी हटाने की मांग से जनता का उबालए जनता के साथ बेठे बीजेपी के मंत्री और पदाधिकारी ।

Police Custody Brutality: एमपी में हथकड़ी में हैवानियत! थाने के भीतर आदिवासी की पिटाई का आरोप, उबाल पर जनता, धरने में बैठे मंत्री

shyopur news/ image source: IBC24

Modified Date: December 20, 2025 / 04:58 pm IST
Published Date: December 20, 2025 4:57 pm IST
HIGHLIGHTS
  • हथकड़ी में आदिवासी की पिटाई का आरोप
  • थाने का घेराव, ग्रामीणों का धरना
  • थाना प्रभारी हटाने की मांग तेज

Police Custody Brutality: श्योपुर: हथकड़ी में बेरहमी! आदिवासी युवक की पिटाई का आरोपकृथाना परिसर में ग्रामीणों का धरनाए थाना प्रभारी हटाने की मांग से जनता का उबालए जनता के साथ बेठे बीजेपी के मंत्री और पदाधिकारी । एमपी के श्योपुर में अगरा थाना क्षेत्र में पुलिस की कथित बर्बरता को लेकर जनता का आक्रोश फूट पड़ा। थाना प्रभारी सुमेर धाकड़ पर ग्रामीम रामगिर आदिवासी के साथ थाने के अंदर हथकड़ी लगाकर बेरहमी से मारपीट करने के गंभीर आरोप लगाकर थाने का घेराव कर धरना प्रदर्शन जारी है।

थाने परिसर में धरने पर बैठे ग्रामीण

Police Custody Brutality: घटना के विरोध में ग्रामीण थाने परिसर में धरने पर बैठ गए जिससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बन गई। ग्रामीणों का आरोप है कि रामगिर आदिवासी को बिना उचित कारण हिरासत में लिया गया और फिर कानून के विपरीत हथकड़ी पहनाकर मारपीट की गई। पीड़ित के शरीर पर चोटों के निशान होने का दावा करते हुए प्रदर्शनकारियों ने इसे मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन बताया।

धरने में भाजपा के राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त तुरसनपाल व भाजपा पदाधिकारी सहित कई वरिष्ठ नेता और समाजजन मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में थाना प्रभारी को तत्काल हटानेए निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। जनता और भाजपा नेताओं ने कहा कि आदिवासी समाज के साथ इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है और यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।

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प्रदर्शनकारियों न् क्या बताया ?

Police Custody Brutality: प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस का यह रवैया भरोसे को तोड़ता है और कानून के रक्षक ही जब कानून तोड़ेंए तो जवाबदेही तय होनी चाहिए। फिलहाल पुलिस प्रशासन की ओर से स्पष्ट और संतोषजनक जवाब नहीं आया है। मामले ने तूल पकड़ लिया है और अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं।

अगरा थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी सुमेर धाकड़ ने रामगिर आदिवासी को रास्ते से जाते समय बुलाया और फिर जबरन अपनी गाड़ी में बिठाकर थाने ले गए जहां हथकड़ी लगाकर मारपीट की और जबरन एक केस में फसाने का प्रयास किया । पीड़ित रामगीर हथकड़ी लगी हुई और शरीर पर निशान के वीडियो भी वायरल हुए ।

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लेखक के बारे में

पत्रकारिता और क्रिएटिव राइटिंग में स्नातक हूँ। मीडिया क्षेत्र में 3 वर्षों का विविध अनुभव प्राप्त है, जहां मैंने अलग-अलग मीडिया हाउस में एंकरिंग, वॉइस ओवर और कंटेन्ट राइटिंग जैसे कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिया। IBC24 में मैं अभी Trainee-Digital Marketing के रूप में कार्यरत हूँ।