राज्य मानवाधिकार आयोग ने मप्र के कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ पर जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी

राज्य मानवाधिकार आयोग ने मप्र के कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ पर जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी

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  • Publish Date - August 7, 2025 / 03:21 PM IST,
    Updated On - August 7, 2025 / 03:21 PM IST

भोपाल, सात अगस्त (भाषा) मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग (एमपीएचआरसी) ने सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में इस सप्ताह के शुरू में मची भगदड़ में दो लोगों की मौत होने की मीडिया में आई खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी से मामले की जांच करने को कहा है।

आयोग ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को 15 दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। आयोग ने कार्यक्रम के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए उठाए गए कदमों का विवरण भी मांगा है।

प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से जुड़े कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण के दौरान मंगलवार को दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी।

एमपीएचआरसी ने मीडिया की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि यह घटना चिटावलिया हेमा गांव में उस समय हुई जब वहां एक कथावाचक द्वारा आयोजित कांवड़ यात्रा से एक दिन पहले भारी भीड़ एकत्र हो गई।

मंगलवार सुबह वितरण काउंटर पर भगदड़ मच गई, जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गईं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना का संज्ञान लेते हुए आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष राजीव टंडन ने बुधवार को सीहोर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को जांच कर 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है, जिसमें भीड़ प्रबंधन के उपायों, घायलों को प्रदान किए गए चिकित्सा उपचार और मृतकों के परिवारों को दी गई वित्तीय सहायता का विवरण भी हो।

इस बीच, अधिकारियों के अनुसार पंडित प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में कांवड़ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य कारणों से बुधवार को तीन और श्रद्धालुओं की मौत हो गई।

सीहोर के पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला से जब धाम में हुई मौतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने फोन पर पीटीआई-भाषा को बताया कि तीन लोगों की मौत स्वास्थ्य कारणों से हुई है।

पुलिस के अनुसार मृतकों में से गुजरात, हरियाणा और मध्यप्रदेश के भिंड के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं।

भाषा ब्रजेन्द्र नरेश अविनाश

अविनाश