प्रदर्शनकारियों ने हादी के लिए न्याय की मांग करते हुए ढाका के प्रमुख चौराहे को अवरुद्ध किया

प्रदर्शनकारियों ने हादी के लिए न्याय की मांग करते हुए ढाका के प्रमुख चौराहे को अवरुद्ध किया

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  • Publish Date - December 26, 2025 / 08:48 PM IST,
    Updated On - December 26, 2025 / 08:48 PM IST

ढाका/नयी दिल्ली, 26 दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश के कट्टरपंथी नेता शरीफ उस्मान हादी की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनकी हत्या के दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने की मांग करते हुए शुक्रवार को ढाका के सबसे व्यस्त चौराहों में से एक को अवरुद्ध कर दिया, जिससे राजधानी में यातायात कई घंटों तक बाधित रहा।

‘द डेली स्टार’ अखबार की खबर के अनुसार, शुक्रवार की नमाज के बाद ‘इंकलाब मंच’ और ‘जुलाई मंच’ के नेताओं और समर्थकों ने छात्रों और लोगों के साथ मिलकर ढाका यूनिवर्सिटी सेंट्रल मस्जिद से एक विरोध जुलूस निकाला और शाहबाग की ओर मार्च किया, जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन किया।

शाहबाग थाने के प्रभारी अधिकारी मोहम्मद मोनिरुज्जमां ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब ढाई बजे चौराहे को अवरुद्ध करना शुरू कर दिया और तब से यातायात अवरुद्ध है।

प्रदर्शनकारियों ने शाहबाग में मुख्य सड़कों को अवरुद्ध कर दिया, जिससे क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रुक गई।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए, ‘इंकलाब मंच’ के सदस्य सचिव अब्दुल्ला अल जाबेर ने कहा कि समूह तब तक नाकाबंदी जारी रखेगा जब तक कि हादी की हत्या के लिए न्याय सुनिश्चित नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो प्रदर्शनकारी स्थल पर रात भर रुकने के लिए तैयार हैं।

‘ढाका ट्रिब्यून’ अखबार ने अल जाबेर के हवाले से कहा, ‘आज से, हम इस शाहबाग को ‘शहीद उस्मान हादी छत्तर’ घोषित करते हैं। हादी की हत्या के लिए न्याय सुनिश्चित होने तक हमारा धरना जारी रहेगा।’’

शाहबाग ढाका के कई प्रमुख हिस्सों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, और वहां प्रदर्शन के कारण अक्सर शहर भर में भीषण यातायात जाम हो जाता है।

अवामी लीग के साथ-साथ भारत के कट्टर आलोचक हादी पिछले साल छात्र-नेतृत्व वाले हिंसक प्रदर्शन के नेताओं में से एक थे। इन्हीं प्रदर्शनों के बाद हसीना की सरकार गिर गई थी।

बाद में उन्होंने ‘इंकलाब मंच’ की स्थापना की। हादी फरवरी में होने वाले संसदीय चुनाव के लिए उम्मीदवार थे। बारह दिसंबर को ढाका में नकाबपोश बंदूकधारियों ने उनके सिर में गोली मार दी थी। छह दिन बाद सिंगापुर के एक अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई।

‘इंकलाब मंच’ ने गृह सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी और कानून सलाहकार आसिफ नजरूल को हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनके तत्काल इस्तीफे की मांग की है।

भाषा आशीष रंजन

रंजन

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