historic temple of Madhya Pradesh opened on Mahashivratri

RAISEN NEWS : महाशिवरात्रि पर खुला मध्यप्रदेश का ये ऐतिहासिक मंदिर, कई दशकों से हैं बंद, कलेक्टर और पूर्व मुख्यमंत्री ने की पूजा अर्चना

This historic temple of Madhya Pradesh opened on Mahashivratri, closed for many decades : दरवाजे के ताले प्रतिदिन खोले जाने की मांग

Edited By :   Modified Date:  February 18, 2023 / 04:21 PM IST, Published Date : February 18, 2023/4:10 pm IST

historic temple of Madhya Pradesh opened on Mahashivratri: रायसेन: साल भर ताले में कैद रहने वाले सोमेश्वर भोलेनाथ का मंदिर सिर्फ साल में एक बार ही खुलता है। मध्य प्रदेश के रायसेन की पहाड़ी पर भोलेनाथ का ये एतिहासिक मंदिर 12 वीं सदी में बनाया गया था। इस मंदिर के पट साल में सिर्फ एक बार शिवरात्रि में खुलते हैं। बता दें कि सुबह उगते सूर्य की किरणें जैसे ही पड़ती हैं। पूरा मंदिर सोने जैसी सुनहरी रोशनी से भर उठता है। महाशिवरात्रि पर आज इस ऐतिहासिक मदिर के पट खुले और बड़े तादाद में भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचे।

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कलेक्टर अरविंद दुबे ने भगवान शिव का जला अभिषेक किया

महाशिवराऋि के पावन अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा मदिर के पट खोले गए। इसके साथ ही रायसेन कलेक्टर अरिवंद दुबे को सौंपे गए गंगौत्री के जल से कलेक्टर अरविंद दुबे ने भगवान शिव का जला अभिषेक किया। इस अवसर पर कलेक्टर अरविंद दुबे के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के ओएसडी नीरज वशिष्ठ,एसपी विकास कुमार शाहवाल भी मौजूद रहे।

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शिव मंदिर के दरवाजे के ताले वर्ष में केवल एक बार खुलते है

ग़ौरतलब है कि रायसेन के प्राचीन किले पर स्थित शिव मंदिर के दरवाजे के ताले वर्ष में केवल एक बार महाशिवरात्रि पर्व पर प्रशासनिक और पुरातत्व विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में ही खोले जाते है। बता दें कि 11 अप्रैल 2022 को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सोमेश्वर धाम के दरवाजे के ताले प्रतिदिन खोले जाने की मांग कर चुकी है। लेकिन उनकी मांगे पूरी नहीं हुई।

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महाशिवरात्रि पर कलेक्टर ने किया जलाभिषेक

बता दें कि एक बार प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रायसेन के किले पर स्थित शिव मंदिर पर गंगोत्री का जल लेकर अभिषेक करने पहुंची थी,लेकिन ताले नहीं खोले गए। जिसके चलते पूर्व मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को गंगौत्री का जल सौंपकर वापस रवाना हो गई थी और कहा था कि महाशिवरात्र पर जब मंदिर के ताले खुले खुलेंगे तब मेरी तरफ से गंगौत्री के जल से अभिषेक करना। इसी के चलते कलैक्टर अरिवंद दुबे ने आज महाशिवरात्रि पर मंदिर में भोलेनाथ का जल से जलाभिषेक किया।

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मंदिर के ताले खोलने के लिए 1974 में आंदोलन हुआ था

historic temple of Madhya Pradesh opened on Mahashivratri: उल्लेखनीय है कि रायसेन सोमेश्वर धाम के ताले खोले जाने की मांग को लेकर वर्ष 1974 में आंदोलन हुआ था और इस आंदोलन में राधेश्याम वशिष्ठ शामिल हुए और इसी के परिणाम स्वरूप एक दिन के लिए ताले खुलना प्रारंभ हुआ और रायसेन में उत्सव का माहौल रहा। महाशिवरात्रि पर्व पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी और स्वर्गीय राधेश्याम वशिष्ठ के बेटे नीरज वष्ठिश ने भी पहुंचकर शिव मंदिर में पूजा अर्चना की।