रायसेन, 29 दिसंबर (भाषा) लोकायुक्त पुलिस के दस्ते ने बुधवार शाम को मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और उनके दो सहकर्मियों को स्टोन क्रशिंग की एक इकाई स्थापित करने के एवज में एक कारोबारी व्यक्ति से 45 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है ।
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लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक संजय शुक्ला ने बताया कि एसडीएम मनीष जैन ने गैरतगंज तहसील के अगरिया में एक स्टोन क्रशिंग इकाई लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बदले एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी, इसमें 50 हजार रुपए में मामला तय होने के बाद उन्होंने पांच हजार रुपए रिश्वत के पहले ही प्राप्त कर लिए।
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उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने के बाद योजना बनाकर कारोबारी को 40 हजार और पांच हजार रुपयों के दो लिफाफों के साथ भेजा गया। शुक्ला ने बताया कि एसडीएम के रीडर दीपक श्रीवास्तव ने दोनों लिफाफे स्वीकार कर लिए, इसके बाद उसने पांच हजार रुपए का लिफाफा अपने पास रखा और 40 हजार में से 10 हजार रुपए निकाल कर 30 हजार रुपए एसडीएम जैन को सौंप दिए। उन्होंने बताया कि इस पर लोकायुक्त पुलिस दल ने एसडीएम को भी गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने कहा कि इस मामले में जैन, श्रीवास्तव और कम्प्यूटर आपरेटर राम नारायण अहीर को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।