Baba Mahakal Ki Sawari : राजाधिराज बाबा महाकाल की निकाली जा रही सवारी, घटाटोप स्वरूप में भक्तों को दे रहे दर्शन, शिवभक्ति के साथ दिखाई दी देशभक्ति की भावना
Baba Mahakal Ki Sawari: ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से सोमवार को श्रावण मास में राजाधिराज भगवान महाकाल की छठवीं सवारी निकाली जा रही है।
Baba Mahakal Ki Sawari
Baba Mahakal Ki Sawari : उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से सोमवार को श्रावण मास में राजाधिराज भगवान महाकाल की छठवीं सवारी निकाली जा रही है। सवारी के माध्यम से बाबा महाकाल भक्तों को अपना आशीर्वाद दे रहे है। सावन माह के 6वें सोमवार को महाकाल श्री घटाटोप स्वरूप में प्रजा को दर्शन देंगे। बता दें कि सावन मास में निकाली जाने वाली सवारियों में बाबा महाकाल अलग-अलग रूपों में दर्शन देते हैं। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी राजा को सलामी दी गई है। इसके अलावा शिव भक्तों को भगवान महाकाल के साथ साथ माता पार्वती का भी आशीर्वाद मिलता है। सवारी के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
Baba Mahakal Ki Sawari : श्री महाकालेश्वर भगवान की 14 अगस्त 2023 को निकलने वाली षष्ठम सवारी में पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद एवं रथ पर श्री घटाटोप विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे। श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन हुआ। उसके पश्चात भगवान महाकाल के स्वरूप नगर भ्रमण पर निकाली जा रही है।
शिवभक्ति के साथ देशभक्ति की भावना
Baba Mahakal Ki Sawari : स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारी में शिवभक्ति के साथ देशभक्ति की भावना भी दिखाई दी। भक्त इस सवारी को लेकर विशेष तैयारी कर रहे हैं। सवारी मार्ग पर घरों पर केसरिया धर्म ध्वजा के साथ हर घर तिरंगा अभियान के तहत राष्ट्रीय ध्वज भी लहराया गया। बाबा महाकाल की सवारी के लिए विशेष रथ तैयार करवाए गए हैं। लकड़ी के बने इस रथ में विशेष नक्काशी की गई है। मंदिर प्रबंध समिति ने दानदाताओं के सहयोग से इन रथों का निर्माण कराया है। दानदाताओं के सहयोग से बने रथों में से एक रथ महाकाल मंदिर पहुंच गया हैं।

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