Ujjain Mahakal Daan: महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं और दान का नया रिकॉर्ड, 1.25 करोड़ भक्तों ने दिया 30 करोड़ से अधिक का दान, सावन-भादौ में भारी इजाफा

Ujjain Mahakal Daan: महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं और दान का नया रिकॉर्ड, 1.25 करोड़ भक्तों ने दिया 30 करोड़ से अधिक का दान, सावन-भादौ में भारी इजाफा

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  • Publish Date - September 7, 2025 / 12:47 PM IST,
    Updated On - September 7, 2025 / 12:49 PM IST

Ujjain Mahakal Daan/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • महाकाल मंदिर में नया रिकॉर्ड,
  • सावन-भादौ में बनाया नया कीर्तिमान,
  • भक्तों की भीड़ से दान का रिकार्ड,

उज्जैन:  Ujjain News: महाकाल मंदिर में इस साल सावन-भादौ माह में श्रद्धालुओं की संख्या और दान, दोनों ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। मंदिर समिति द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 की तुलना में 2025 में दान की राशि लगभग 7 करोड़ रुपए बढ़कर 30 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। वहीं दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी भारी इजाफा दर्ज किया गया है। Ujjain Mahakal Daan

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Ujjain Mahakal Daan: दान में हुई उल्लेखनीय वृद्धि 2023 में सावन-भादौ के दौरान मंदिर को 20.26 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे, जो औसतन प्रतिदिन 51 लाख रुपए थे। 2024 में यह राशि 23.16 करोड़ रुपए तक पहुंची, यानी प्रतिदिन लगभग 59 लाख रुपए। वहीं 2025 में श्रद्धालुओं ने रिकॉर्ड दान करते हुए 29.61 करोड़ रुपए अर्पित किए, औसतन प्रतिदिन 75 लाख रुपए। आय के मुख्य स्रोत 2025 के सावन-भादौ माह में कुल 39 दिनों के दौरान मंदिर को विभिन्न मदों से आय हुई ।

  • शीघ्र दर्शन टिकट से: 10.79 करोड़ रुपए
  • प्रसाद बिक्री से: 10.13 करोड़ रुपए
  • भेंट पेटियों से: 5.23 करोड़ रुपए
  • अन्य स्रोतों से: 3.26 करोड़ रुपए

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भक्तों की भीड़ ने बनाए नए कीर्तिमान

Ujjain Mahakal Daan: इस बार सावन-भादौ के 39 दिनों में 1 करोड़ 25 लाख से अधिक भक्तों ने महाकाल मंदिर में दर्शन किए। औसतन प्रतिदिन 3 लाख 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे। यह आंकड़ा पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक है। 2023 में जहां 99 लाख भक्त आए थे वहीं 2024 में यह संख्या 90 लाख रही। 2025 में भक्तों की संख्या बढ़कर 1.25 करोड़ हो गई। बीते वर्षों में चढ़ावे का आंकड़ा 2019 से 2025 के बीच महाकाल मंदिर को केवल दान से 1 अरब 70 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि प्राप्त हुई है। 2018 से 2021 के बीच रोजाना लगभग 40-50 हजार भक्त मंदिर में आते थे जिससे तीन वर्षों में करीब 40 करोड़ रुपए का दान मिला था।

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उज्जैन बना बड़ा धार्मिक पर्यटन स्थल

Ujjain Mahakal Daan: महाकाल लोक के निर्माण और 2022 में इसके लोकार्पण के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या और चढ़ावे में लगातार वृद्धि दर्ज हो रही है। पिछले दो वर्षों (2023 और 2024) में ही 12 करोड़ 32 लाख से ज्यादा भक्त उज्जैन पहुंचे। महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि महाकाल लोक खुलने के बाद मंदिर की भव्यता और आकर्षण में वृद्धि हुई है जिसके चलते श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं और उदारता से दान कर रहे हैं।

महाकाल मंदिर में सावन-भादौ के दौरान "श्रद्धालुओं की संख्या" कितनी थी?

A1: 2025 में सावन-भादौ के 39 दिनों में 1.25 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकाल मंदिर में दर्शन करने आए।

महाकाल मंदिर में इस वर्ष "दान की राशि" कितनी रही?

A2: 2025 में मंदिर को सावन-भादौ के दौरान लगभग 30 करोड़ रुपए दान के रूप में मिले।

महाकाल लोक के खुलने के बाद मंदिर पर क्या प्रभाव पड़ा?

A3: महाकाल लोक के निर्माण से मंदिर की भव्यता और आकर्षण बढ़ा, जिससे श्रद्धालुओं की संख्या और दान दोनों में वृद्धि हुई।

मंदिर में दान के प्रमुख स्रोत कौन-कौन से हैं?

A4: शीघ्र दर्शन टिकट, प्रसाद बिक्री, भेंट पेटियाँ और अन्य स्रोत मुख्य दान के स्रोत हैं।

उज्जैन में महाकाल मंदिर का धार्मिक पर्यटन में क्या महत्व है?

A5: महाकाल मंदिर उज्जैन को बड़ा धार्मिक पर्यटन स्थल बनाता है, जहां लाखों श्रद्धालु हर साल आते हैं।