भोपाल। Unemployment is the biggest in the assembly elections in MP स्वामी विवेकानंद जयंती पर देश राष्ट्रीय युवा दिवस मना रहा है।
ये चंद आंकड़े मध्यप्रदेश में युवाओं की सियासी अहमियत बता रहे हैं। यही वजह है कि राष्ट्रीय युवा दिवस पर बीजेपी ने खेलेगा मध्यप्रदेश अभियान के जरिए युवाओं को रिझाना शुरू किया है तो पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सरकार बनने के 6 महीने में युवाओं को रोजगार का वादा किया है। कमलनाथ ने ट्वीट किया है कि राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश के नौजवान साथियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर सरकारी रिक्त पदों पर युवाओं की सीधी भर्ती प्रारंभ कर 6 माह में पद भरेंगे, भर्ती परीक्षाओं के घोटाले पर अंकुश लगाएंगे और युवाओं की भर्ती की नई व्यवस्था बनाएंगे। कमलनाथ के इस ट्वीट के बाद एक बार फिर बीजेपी और कांग्रेस के बीच ठन गई है।
कमलनाथ के वादों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासत जरूर शुरू हो गई है..लेकिन प्रदेश के युवा अच्छी तरह समझते हैं कि ये सिर्फ सियासी शिगूफे हैं। जाहिर है 2023 के विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बन सकता है और जिसके साथ युवा होंगे, उसी के सिर जीत का सेहरा सजेगा। लेकिन सवाल है कि युवाओं को रिझाने के लिए पार्टियों का क्या प्लान है और युवाओं को किस पार्टी पर भरोसा है?