देश विरोधी नारे.. MP में क्या हो रहा है? शांति के टापू में ये कैसी देश विरोधी हवा, कौन है इसका जिम्मेदार?
देश विरोधी नारे.. MP में क्या हो रहा है? शांति के टापू में ये कैसी देश विरोधी हवा! What kind of anti-national wind is this in the island
(सुधीर दंडोतिया) भोपाल। What kind of anti-national देश में मध्य प्रदेश शांति के टापू के नाम से मशहूर है,लेकिन आतंकी माड्यूल यहां पकड़े जा रहे हैं, राम नवमी पर दंगे यहां हो रहे हैं, भारत में रहकर बार-बार पाकिस्तान की यहां लोग गा रहे हैं। पाकिस्तान जिंदाबाद के वीडियो लोग यहां बना रहे हैं। उसको सोशल मीडिया पर भी डाल रहे हैं और पकड़े जाने पर पुलिस के सामने काबूल रहे हैं कि हमारे मन में इस्लामिक देशों के लिए समर्पण का भाव था। मतलब सब कुछ सोची समझी साजिश के तहत हो रहा है। ऐसा नहीं है कि आप कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। आप बुल्डोजर भी चला रहे हैं और ऐसे लोगों को पकड़ भी रहे हैं, जेल में भी डाल रहे हैं लेकिन ये बार-बार रिपीट क्यों हो रहा है? क्या आप सिर्फ मोहरे को पकड़ रहे हैं। सूत्रधार तक अब तक नहीं पहुंच पाए, तो जिम्मेदार कौन हैं?
What kind of anti-national मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के शुजालपुर में मोहर्रम जुलूस में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के मामले के बाद छतरपुर के राजनगर में फेसबुक पोस्ट पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के देश विरोधी नारे.. बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है, हालांकि दोंनो मामलों में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। शुजालपुर पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक 4 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. सभी को जेल भेजा जा चुका है। इधर छतरपुर में भी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे से मचे बवाल के बाद मचा हुआ है। विश्व हिंदू परिषद की शिकायत के बाद पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है।
पकडे गए आरोपियों से पुलिस को जो जानकारी मिली ह,ै उसके मुताबिक़ आरोपी धार्मिक कट्टरता रखते है है। इस्लामिक देशों के प्रति उसके मन में समर्पण का भाव है और इसी वजह से जोश और जुनून में यह अपराध करना बताया। गया है.हालांकि कांग्रेस इन मामलों को लेकर मध्य प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रही है !
मध्य प्रदेश में बढ़ती धार्मिक कटटरता और जिहादी सोच के बढ़ते मामले प्रदेश की फिजा को खराब कर रहे है, मध्य प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव है उससे पहले मध्य प्रदेश में इस तरह लगातार बढ़ते मामले साफ़ अंदेशा कर रहे है की चुनावी साल में प्रदेश में माहौल खराब कर इसका सियासी लाभ लेने की तैयारी तो नहीं की जा रही है!

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