मुंबई, सात अक्टूबर (भाषा) सितंबर के महीने में भारी बारिश और बाढ़ के कारण समूचे महाराष्ट्र में 68.69 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसलें नष्ट हो गईं। एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ ने मराठवाड़ा और आसपास के इलाकों को बुरी तरह प्रभावित किया है।
राहत एवं पुनर्वास विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि सरकार प्रभावित किसानों के लिए वित्तीय सहायता की मांग करते हुए केंद्र को एक प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रही है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रस्ताव की समीक्षा के लिए दोनों उपमुख्यमंत्रियों एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ बैठक की।
पिछले महीने आई बाढ़ से कई जिलों में भारी नुकसान हुआ था। अधिकारियों के अनुसार मराठवाड़ा में कृषि भूमि और रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए जबकि विदर्भ और पश्चिमी महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों से भी इसी तरह के नुकसान की खबर हैं।
बीड, नांदेड़, छत्रपति संभाजीनगर, यवतमाल, लातूर, सोलापुर, धाराशिव, जालना, परभणी, बुलढाणा, हिंगोली, नासिक और वाशिम सहित कई जिलों में तीन से सात लाख हेक्टेयर तक के क्षेत्र में फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
किसान प्रतिनिधियों ने 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजे की मांग की है और सरकार से कर्ज माफी के अपने पहले के वादे को पूरा करने का आग्रह किया है।
धाराशिव के सांसद ओमराजे निंबालकर ने सरकार से संकटग्रस्त किसानों की मदद करने और उन्हें मुआवजा देने तथा कर्ज माफी की अपील की है।
भाषा सुरभि वैभव
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