अमरावती, 29 मार्च (भाषा) आंध्र प्रदेश सरकार गरीबों को शिक्षित करने के लिए 450 करोड़ रुपये के परिव्यय से राज्य के गांवों में 10,960 डिजिटल पुस्तकालय स्थापित करने की योजना बना रही है।
आंध्र प्रदेश ग्रंथालय (पुस्तकालय) परिषद के अध्यक्ष एम. मंडापति शेशगिरी राव ने राज्य पुस्तकालय विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक के दौरान यह घोषणा की।
राव ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘ पहला डिजिटल पुस्तकालय कडप्पा में स्थापित किया जाएगा। ’’
उन्होंने कहा कि इस योजना का मकसद पुस्तकालयों के जरिए सभी गांवों में ज्ञान तक लोगों की पहुंच बढ़ाना है।
राव ने बैठक में नई किताबें खरीदने और डिजिटल पुस्तकालय स्थापित करने के लिए बजट प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग ने इस संबंध में कई सुधार किए हैं।
राव के अनुसार, वर्ष 2021-22 के बजट में पुस्तकालयों के लिए पुस्तकें खरीदने के लिए निर्धारित 16 करोड़ रुपये की धनराशि में से 10 करोड़ रुपये की पुस्तकों खरीदीं जा चुकी हैं। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर पुस्तकालयों को कमजोर करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय पांच अप्रैल से ‘विज़नरी जगन’ संगोष्ठियों का अयोजन करेंगे।
भाषा निहारिका सिम्मी
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