ठाणे, 27 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के ठाणे में ‘ब्रेन-डेड’ घोषित की गई 38 वर्षीय महिला के परिजनों ने उसके अंगदान करने का फैसला किया जिससे छह मरीजों को नया जीवन मिला।
महिला एक गृहिणी थी और उसे 19 दिसंबर को अचानक स्वास्थ्य संबंधी समस्या हुई। ठाणे शहर के श्री महावीर जैन अस्पताल ने महिला को ‘ब्रेन डेड’ घोषित किया। हालांकि महिला का परिवार इस घटना से बेहद शोकाकुल था, लेकिन उन्होंने उसके महत्वपूर्ण अंगों को दान करने का निर्णय लिया।
परिवार की अनुमति और अन्य औपचारिकताओं को पूरी करने के बाद अस्पताल के चिकित्सकों ने 25 दिसंबर को उसके हृदय, फेफड़े, अग्न्याशय और अन्य अंग दान के लिए संरक्षित किए।
चिकित्सकों ने बताया कि एक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अंगों को मुंबई के चार अस्पतालों और गुरुग्राम के एक अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों के लिए पहुंचाया गया। एक अंग ठाणे के उसी अस्पताल में दान किया गया जहां महिला को ‘ब्रेन डेड’ घोषित किया गया था।
अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा, ‘ठाणे जिले के इतिहास में शायद यह पहली बार है कि एक ही अंगदाता से प्राप्त अंगों से इतने लोगों की जान बचाई गई है।’
परिवार के इस नेक काम से प्रभावित होकर अस्पताल चलाने वाले महावीर जैन ट्रस्ट ने मृतक महिला की नौ वर्षीय बेटी की आर्थिक मदद करने का फैसला किया और एक लाख रुपये दान किए। अस्पताल ने भी एक लाख रुपये की सहायता प्रदान की।
भाषा
शुभम पवनेश
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