पटना, 27 दिसंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘बिहार संग्रहालय’ और ‘पटना संग्रहालय’ को जोड़ने वाली निर्माणाधीन सुरंग के कार्य का शनिवार को निरीक्षण किया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
पटना संग्रहालय एक सदी से भी अधिक पुरानी इमारत है, जबकि अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बिहार संग्रहालय वर्ष 2015 में खोला गया था। बिहार संग्रहालय को इसलिए स्थापित किया गया था ताकि पटना संग्रहालय की क्षमता से अधिक संग्रहों को यहां रखा जा सके।
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को सुरंग परियोजना को समय पर पूरा करने और निर्माण की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा हो और नेहरू पथ पर यातायात की आवाजाही में किसी प्रकार की असुविधा न हो।”
कुमार ने कहा कि इस सुरंग के बन जाने से पर्यटक बिहार संग्रहालय और पटना संग्रहालय के बीच आसानी से आ-जा सकेंगे और प्रदर्शनियों को निर्बाध रूप से देख सकेंगे।
उन्होंने कहा, “सुरंग के पूरा होने के बाद दोनों संग्रहालयों में पर्यटकों की आवाजाही सुविधाजनक हो जाएगी, जिससे पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।”
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के बयान के अनुसार, नीतीश कुमार ने बिहार संग्रहालय का भी दौरा किया, जहां इसके महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने उन्हें प्रदर्शित वस्तुओं, आगंतुकों की संख्या व उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बिहार संग्रहालय के सामने स्थित 60 आवासीय इकाइयों और अधिकारियों के छात्रावास परिसर के पुनर्विकास कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की।
अधिकारियों ने रूपरेखा के माध्यम से मुख्यमंत्री को बताया कि पर्याप्त पार्किंग सुविधाओं और क्लब हाउस के साथ एक 11 मंजिला इमारत का निर्माण किया जा रहा है।
कार्य में तेजी लाने का निर्देश देते हुए कुमार ने कहा, “पुरानी संरचनाओं को सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त आधुनिक बहुमंजिला इमारतों से बदलना लंबे समय से हमारा उद्देश्य रहा है।”
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से नेहरू पथ के किनारे आवासीय सुविधाओं में सुधार होगा।
भाषा
खारी पवनेश
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