केंद्र महाराष्ट्र में बारिश से प्रभावित किसानों को वित्तीय सहायता देने में देरी कर रहा है: कांग्रेस

केंद्र महाराष्ट्र में बारिश से प्रभावित किसानों को वित्तीय सहायता देने में देरी कर रहा है: कांग्रेस

केंद्र महाराष्ट्र में बारिश से प्रभावित किसानों को वित्तीय सहायता देने में देरी कर रहा है: कांग्रेस
Modified Date: October 6, 2025 / 04:50 pm IST
Published Date: October 6, 2025 4:50 pm IST

अकोला, छह अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह महाराष्ट्र में बारिश से प्रभावित किसानों को वित्तीय सहायता देने में देरी कर रही है और राज्य प्रशासन की ओर से औपचारिक प्रस्ताव दिए जाने पर जोर दे रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने संकटग्रस्त किसानों की मदद के लिए राहत पैकेज सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महायुति सरकार की आलोचना की।

सपकाल ने एक बयान में कहा, “ऐसे समय में जब किसान गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं, भाजपा सरकार उदासीन बनी हुई है। यह कहना कि महाराष्ट्र सरकार की ओर से प्रस्ताव भेजे जाने के बाद ही सहायता प्रदान की जाएगी, असंवेदनशीलता और विलंब करने की रणनीति, दोनों को दर्शाता है। किसानों ने अपना सब कुछ खो दिया है। प्रस्ताव का इंतजार करने की क्या जरूरत है?”

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उन्होंने कहा, “केंद्र को अमित शाह के (पांच अक्टूबर के महाराष्ट्र) दौरे से पहले एक व्यापक राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए थी।”

सपकाल केंद्रीय गृह मंत्री शाह के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य में भारी बारिश के कारण नुकसान झेलने वाले किसानों को हरसंभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया था।

सपकाल ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस किसानों को हुए नुकसान के संबंध में कोई रिपोर्ट लिए बिना दिल्ली गए और खाली हाथ लौट आए।

कांग्रेस नेता ने विदर्भ क्षेत्र के अकोला, वाशिम, बुलढाणा, यवतमाल और अमरावती जिलों में स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियों को लेकर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

कांग्रेस और शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-उबाठा) के फिर से हाथ मिलाने की संभावनाओं के बारे में सपकाल ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों के लिए गठबंधन का फैसला स्थानीय इकाइयों पर छोड़ दिया गया है।

उन्होंने कहा, “महा विकास आघाडी (एमवीए) और इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लुसिव अलायंस (इंडिया) का गठन भाजपा की निरंकुशता का विरोध करने, नरेन्द्र मोदी और भाजपा को सत्ता से दूर रखने तथा संविधान में परिकल्पित राष्ट्र का निर्माण करने के लिए किया गया था।”

भाषा पारुल नरेश

नरेश


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