मप्र में कफ सिरप से मौत: महाराष्ट्र एफडीए ने ‘लिक्विड ओरल फॉर्मूलेशन’ के निरीक्षण का आदेश दिया
मप्र में कफ सिरप से मौत: महाराष्ट्र एफडीए ने ‘लिक्विड ओरल फॉर्मूलेशन’ के निरीक्षण का आदेश दिया
मुंबई, नौ अक्टूबर (भाषा) मध्य प्रदेश में दूषित कफ सिरप से हुई 20 बच्चों की मौत के बाद महाराष्ट्र एफडीए ने अस्पतालों और वितरकों द्वारा भंडार किए गए ‘लिक्विड ओरल फॉर्मूलेशन’ का निरीक्षण और परीक्षण करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है।
खाद्य एवं औषध प्रशासन (एफडीए) ने सभी संयुक्त आयुक्तों और औषधि निरीक्षकों को अपने अधिकार क्षेत्र के सभी निर्माताओं का विवरण तुरंत प्रस्तुत करने और सरकारी व अर्द्ध-सरकारी अस्पतालों, निजी थोक विक्रेताओं एवं खुदरा विक्रेताओं से नमूने एकत्र करने का निर्देश दिया है।
एफडीए आयुक्त की अध्यक्षता में मंगलवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद एक परिपत्र जारी किया गया।
अधिकारियों को सभी लिक्विड ओरल फॉर्मूलेशन (तरल रूप में मुंह से दी जाने वाली दवा) निर्माताओं का विवरण तुरंत रिपोर्ट करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि दवा की संदिग्ध खेप को अस्पतालों और वितरकों से ले लिया जाए।
परिपत्र में कहा गया है कि औषधि निरीक्षकों और सहायक आयुक्तों को प्राथमिकता परीक्षण के लिए सरकारी और अर्द्ध-सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं से नमूने एकत्र करने के लिए कहा गया है।
मुंबई, कोंकण, पुणे और नासिक संभागों के नमूने मुंबई की एक प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे, जबकि छत्रपति संभाजीनगर, अमरावती और नागपुर संभागों के नमूने छत्रपति संभाजीनगर प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे। नमूना संग्रह नौ अक्टूबर तक पूरा किया जाना है और दैनिक रिपोर्ट एक समर्पित गूगल फॉर्म के माध्यम से प्रस्तुत की जानी है।
भाषा सुरभि गोला
गोला

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