पहलगाम हमले का राजनीतिकरण न करें : आतंकवादी घटना में मारे गए व्यक्ति की पत्नी ने कहा

पहलगाम हमले का राजनीतिकरण न करें : आतंकवादी घटना में मारे गए व्यक्ति की पत्नी ने कहा

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  • Publish Date - April 29, 2025 / 04:38 PM IST,
    Updated On - April 29, 2025 / 04:38 PM IST

पुणे (महाराष्ट्र), 29 अप्रैल (भाषा) जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले में मारे गए संतोष जगदाले की पत्नी प्रगति जगदाले ने मंगलवार को नेताओं से अपील की कि वे इस घटना का राजनीतिकरण नहीं करें। उन्होंने कहा कि जीवित बचे लोगों ने इस भयावह घटना को स्वयं अनुभव किया है तथा हमलावरों की बातें भी सुनी हैं।

महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार ने एक दिन पहले एक विवादास्पद टिप्पणी की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि आतंकवादियों की कोई जाति या धर्म नहीं होता है और उन्होंने इस दावे की सत्यता पर सवाल उठाया था कि आतंकवादियों ने पिछले सप्ताह पहलगाम शहर में पर्यटकों की हत्या करने से पहले उनके धर्म के बारे में पूछा था। इसके बाद जगदाले की यह टिप्पणी सामने आई है।

वडेट्टीवार की टिप्पणी ने विवाद को जन्म दे दिया और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं ने इसकी कड़ी निंदा की।

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इनमें अधिकतर पर्यटक थे।

हमले के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में प्रत्यक्षदर्शियों और जीवित बचे लोगों ने दावा किया कि आतंकवादियों ने गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया था।

पुणे में जगदाले ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम अब भी आतंकी हमले से डरे हुए हैं। जब भी मैं अपनी आंखें बंद करती हूं, तो मुझे एक आदमी राइफल के साथ दिखाई देता है। मैं ठीक से सो नहीं पाती हूं। सदमा बहुत गहरा है।’’

उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकारी सहायता से उनकी बेटी असावरी अपनी जिंदगी फिर से शुरू कर पाएगी।

जगदाले ने नेताओं से इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने की अपील की। ​​उन्होंने कहा, ‘‘कृपया घटना का राजनीतिकरण न करें या हमारी भावनाओं से न खेलें। हम वहां मौजूद थे। हम जानते हैं कि आतंकवादियों ने क्या कहा। हम हमले के दौरान उनके बयानों को पहले ही साझा कर चुके हैं।’’

जगदाले ने कहा कि हमलावर हत्या करने के स्पष्ट इरादे से आए थे और उन्होंने निर्ममता से नरसंहार को अंजाम दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने आतंकवाद का सामना किया। हमने नफरती शब्द सुने। मैं मानवीय आधार पर सभी नेताओं से हमारी भावनाओं से नहीं खेलने का आग्रह करती हूं।’’

कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता वडेट्टीवार ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘हमें बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने धर्म के बारे में पूछा और फिर लोगों को मार डाला। क्या आतंकवादियों के पास इतना समय भी है कि वे किसी के पास जाकर उसके कान में कुछ फुसफुसाएं? यह बेहद विवादास्पद है क्योंकि कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि ऐसी चीजें हुई हैं जबकि अन्य इससे इनकार कर रहे हैं। इसके इर्द-गिर्द कोई योजना न बनाएं।’’

इस बयान के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि उनके बयान ने उन परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़का है जिन्होंने इस भयानक हमले में अपने प्रियजनों को खो दिया है।

भाषा सुरभि अविनाश

अविनाश