फडणवीस का बालासाहेब के ‘‘सपने’’ पूरे करने का दावा मराठी एकता तोड़ने की चाल: शिवसेना |

फडणवीस का बालासाहेब के ‘‘सपने’’ पूरे करने का दावा मराठी एकता तोड़ने की चाल: शिवसेना

फडणवीस का बालासाहेब के ‘‘सपने’’ पूरे करने का दावा मराठी एकता तोड़ने की चाल: शिवसेना

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:29 PM IST, Published Date : August 23, 2022/3:15 pm IST

पुणे (महाराष्ट्र), 23 अगस्त (भाषा) शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के ‘‘सपने’’ को पूरा करने के लिए काम करने का दावा मुंबई में मराठी एकता को तोड़ने की एक चाल है, जहां जल्द निगम चुनाव होने वाले हैं।

शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के सम्पादकीय लेख में लिखा, ‘‘ आप बालासाहेब के नाम पर वोट क्यों मांग रहे हैं? क्या (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी युग, मोदी लहर घटने लगी है? ’’

गौरतलब है कि इस साल जून में शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे और 39 अन्य विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिससे उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर राज्य में सरकार का गठन किया। शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

सम्पादकीय में कहा गया कि भाजपा के देवेंद्र फडणवीस जैसे नेता अब ‘‘बालासाहेब के सपने’’ की बात कर रहे हैं, लेकिन 2014 में शिवसेना से संबंध तोड़ते समय उन्हें उनका ख्याल नहीं आया। इसमें लिखा है कि 2019 में शिवसेना को मुख्यमंत्री पद देने के वादे से पीछे हटते हुए उन्हें बालासाहेब के सपने याद नहीं थे।

मराठी दैनिक पत्र में कहा गया कि फडणवीस के शब्द धोखे से भरे हैं और ‘‘मुंबई तथा ठाणे के लोगों को सतर्क रहना चाहिए।’’

सम्पादकीय में दावा किया गया, ‘‘ भाजपा की ‘‘बालासाहेब के सपने’’ की बात करना मुंबई में मराठी एकता को तोड़ने की उनकी एक चाल है और इसलिए वे शिवसेना को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। ’’

लेख में कहा गया, जो लोग (भाजपा के वरिष्ठ नेताओं) लाल कृष्ण आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी को भूल गए, क्या वे बालासाहेब के सपनों को पूरा करेंगे?

सम्पादकीय में कहा गया, ‘‘ वाजपेयी की भाजपा तो वादा निभाने वाली पार्टी थी, लेकिन अब वह ऐसी नहीं है और इसलिए ही हम ऐसी भाजपा (गठबंधन) को छोड़कर हिंदुत्व के एक अलग रास्ते पर निकल पड़े। हमारा राजनीतिक रुख अब भी वही है। हम हिंदुत्ववादी हैं, लेकिन हम भाजपा के गुलाम नहीं हैं। हम महाराष्ट्र के ईमानदार सेवक हैं, दिल्ली के चरणदास नहीं हैं।’’

सम्पादकीय में फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा गया कि वह लगातार बालासाहेब का नाम जप रहे हैं।

लेख में सवाल किया गया, ‘‘ वह कह रहे हैं कि हमें बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव में वोट दें और हम (भाजपा) बालासाहेब के सपनों को पूरा करेंगे। यह क्या छलावा है? आप बालसाहेब का कौन सा सपना पूरा करेंगे? शिवसेना में फूट डालने का आपका सपना.. क्या यह बालासाहेब का सपना था ?’’

सम्पादकीय में दावा किया गया कि फडणवीस ‘‘बुद्धिमान’’ थे, लेकिन अब एकनाथ शिंदे गुट के साथ रहकर उनकी छवि खराब हो रही है। शिवसेना के अनुसार वह राज्य से जुड़े मुद्दों पर बात नहीं करते, केवल शिवसेना के बारे में बात करते हैं।

सम्पादकीय में कहा गया, ‘‘जब फडणवीस मुंबई में दही हांडी फोड़ रहे थे, शिवसेना से मुकाबला कर रहे थे, तभी आतंकवादियों से धमकी भरे संदेश मिले कि वे 26/11 जैसा हमला करेंगे।’’

मराठी दैनिक पत्र में कहा गया कि पिछले दो साल में, कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा त्योहारों पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसमें लिखा है,‘‘आज आप कहते हैं कि त्योहारों पर कोई पाबंदी नहीं है। हमने महाराष्ट्र को कोविड मुक्त बनाकर स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार किया और राज्य आपको सौंपा है।’’

भाषा निहारिका वैभव

वैभव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)