मुंबई, नौ अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को राकांपा (एसपी) नेता शरद पवार के उस दावे के समय पर सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने कहा कि 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले दो व्यक्तियों ने नयी दिल्ली में उनसे मुलाकात की थी और 288 में से 160 निर्वाचन क्षेत्रों में विपक्ष की जीत की ‘‘गारंटी’’ दी थी।
फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘राहुल गांधी के दावों के बाद पवार यह खुलासा क्यों कर रहे हैं? इससे पहले पवार ने कभी भी ईवीएम (में हेरफेर) के बारे में गांधी के दावों का समर्थन नहीं किया। चाहे कुछ भी हो, भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होते हैं… गांधी ऐसी कहानियां सुनाते हैं जो सलीम-जावेद की पटकथा जैसी लगती हैं और पवार ने जो कहा है वह भी वैसी ही पटकथा लगती है।’’
शरद पवार ने शनिवार को दावा किया कि 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले दो व्यक्तियों ने नयी दिल्ली में उनसे मुलाकात की थी और 288 में से 160 निर्वाचन क्षेत्रों में विपक्ष की जीत की ‘‘गारंटी’’ दी थी।
नागपुर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि उन्होंने दोनों व्यक्तियों को विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मिलवाया।
राकांपा (एसपी) प्रमुख ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें राहुल गांधी से मिलवाया। उन्होंने (गांधी ने) दोनों व्यक्तियों द्वारा कही गयी बात को नजरअंदाज कर दिया। उनका यह भी मानना था कि हमें (विपक्ष को) ऐसे मामलों में नहीं पड़ना चाहिए और सीधे जनता के पास जाना चाहिए।’’
शरद पवार ने यह खुलासा ऐसे समय में किया है, जब राहुल गांधी ने भाजपा और निर्वाचन आयोग पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया है।
इस बीच, फडणवीस ने राहुल गांधी की निर्वाचन आयोग की उस मांग का पालन न करने के लिए आलोचना की, जिसमें उनसे चुनावों में ‘‘बड़े पैमाने पर आपराधिक धोखाधड़ी’’ के अपने आरोपों के बारे में शपथपत्र देने को कहा गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर अदालत आपसे (गांधी) हलफनामा दाखिल करने के लिए कहे, तो क्या आप कहेंगे कि मैंने संविधान के तहत शपथ ली है?’’
फडणवीस ने दावा किया, ‘‘गांधी अर्ध-न्यायिक मामले में शपथपत्र क्यों नहीं देते?…क्योंकि वह झूठ बोल रहे हैं और अगर पकड़े गए तो उन पर आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा।’’
भाषा
शफीक माधव
माधव