जगन ने नायडू पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया

जगन ने नायडू पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया

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  • Publish Date - August 3, 2025 / 04:26 PM IST,
    Updated On - August 3, 2025 / 04:26 PM IST

अमरावती, तीन अगस्त (भाषा) युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार देर रात आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू पर किसानों को ‘‘धोखा’’ देने का आरोप लगाया।

रेड्डी ने कहा कि नायडू ने ‘रायथु भरोसा’ योजना को समाप्त कर दिया, जिसके तहत किसानों को निवेश सहायता प्रदान की जाती थी। उन्होंने कहा कि नायडू चुनाव पूर्व किए गए वादों से भी पीछे हट गए हैं।

रेड्डी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘नायडू एक बार फिर किसानों को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने रायथु भरोसा योजना को समाप्त कर दिया और चुनाव पूर्व किए गए वादों से मुकर गए।’’

उन्होंने दावा किया कि पूर्ववर्ती वाईएसआरसीपी सरकार ने अपने चुनावी वादे से भी अधिक हर किसान को सालाना 13,500 रुपये दिए और सरकारी खजाना खाली होने के बावजूद कुल 34,288 करोड़ रुपये की निवेश सहायता वितरित की।

रेड्डी ने कहा कि नायडू ने अन्नदाता सुखीभव-प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत सालाना 20,000 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन अब तक दो वर्षों में केवल 5,000 रुपये का भुगतान किया है जिसमें केंद्र का 6,000 रुपये का योगदान शामिल नहीं है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मनमाने नियमों के कारण करीब सात लाख पात्र किसानों को लाभ से वंचित कर दिया गया।

रेड्डी ने कहा कि खरीफ सीजन शुरू हुए दो महीने से अधिक हो गए हैं, लेकिन अब तक एक भी रुपया जारी नहीं किया गया जिससे किसान निजी कर्ज लेने को मजबूर हो गए हैं।

उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उसने मूल्य स्थिरीकरण कोष, बिना ब्याज वाले ऋण और मुफ्त फसल बीमा जैसी योजनाएं बंद कर दी हैं।

रेड्डी ने कहा कि ‘रायथु भरोसा’ केंद्रों (आरबीके), ई-फसल पंजीकरण और मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं जैसी संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है।

उन्होंने यह भी दावा किया कि सरकार से मिलने वाले समर्थन के कम होने के कारण 250 से अधिक किसानों ने आत्महत्या कर ली है और पीड़ित परिवारों को अब तक बुनियादी राहत तक नहीं दी गई।

रेड्डी ने प्रशासन पर ‘‘अमानवीयता और संवेदनहीनता’’ का आरोप लगाया।

तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) की ओर से इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

भाषा राखी नेत्रपाल

नेत्रपाल