जालना में दो महीने तक मायके में जंजीरों से बांधकर रखी गई महिला को पुलिस ने बचाया

जालना में दो महीने तक मायके में जंजीरों से बांधकर रखी गई महिला को पुलिस ने बचाया

जालना में दो महीने तक मायके में जंजीरों से बांधकर रखी गई महिला को पुलिस ने बचाया
Modified Date: February 4, 2025 / 12:44 pm IST
Published Date: February 4, 2025 12:44 pm IST

जालना (महाराष्ट्र), चार फरवरी (भाषा) जालना जिले के एक सुदूर गांव में अंतरधार्मिक विवाह करने पर माता-पिता द्वारा दो महीने तक कथित रूप से जंजीरों से बांधकर रखी गई महिला को पुलिस ने मुक्त करा लिया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि महिला के पति द्वारा की गई शिकायत पर बंबई उच्च न्यायालय की औरंगाबाद पीठ ने पुलिस को निर्देश दिए जिसके बाद पुलिस ने सोमवार को यह कार्रवाई की।

उन्होंने बताया कि महिला शहनाज उर्फ ​​सोनल को भोकरदन तहसील के अलापुर गांव में उसके मायके से मुक्त कराया गया, जहां उसके माता-पिता ने उसे दो महीने तक कथित तौर पर जंजीरों से बांधकर रखा था।

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पुलिस के अनुसार, महिला ने अंतरधार्मिक विवाह किया था और उसका तीन वर्ष का एक बेटा भी है।

पुलिस ने बताया कि वह दो महीने पहले अपने बच्चे को साथ लेकर अपने माता-पिता से मिलने गई थी।

महिला के अंतरधार्मिक विवाह से नाराज माता-पिता ने उसे उसके पति के पास जाने नहीं दिया और उसे घर में जंजीरों से बांधकर रखा।

अधिकारी ने बताया कि कई बार प्रयास करने के बावजूद महिला का पति उसे वापस नहीं ला सका और उसे युवती के घर में भी प्रवेश नहीं करने दिया गया, जिसके बाद उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया।

उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने घर पर छापा मारकर शहनाज और उसके बेटे को मुक्त कराया।

अधिकारी ने बताया कि माता-पिता के खिलाफ फिलहाल मामला दर्ज नहीं किया गया है और अगर महिला शिकायत दर्ज कराती है तो कार्रवाई की जाएगी।

भाषा यासिर सिम्मी

सिम्मी


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