राकांपा के स्थानीय नेता, बेटे का नाम दहेज उत्पीड़न-आत्महत्या मामले में आया, पार्टी से निकाला गया

राकांपा के स्थानीय नेता, बेटे का नाम दहेज उत्पीड़न-आत्महत्या मामले में आया, पार्टी से निकाला गया

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  • Publish Date - May 22, 2025 / 04:02 PM IST,
    Updated On - May 22, 2025 / 04:02 PM IST

पुणे (महाराष्ट्र), 22 मई (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने अपने एक स्थानीय नेता और उनके बेटे का नाम दहेज उत्पीड़न एवं आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में सामने आने के बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

राकांपा के पुणे जिला प्रमुख शिवाजी गर्जे ने एक बयान में कहा कि राजेंद्र हगवणे और उनका बेटा सुशील दोनों फरार हैं। उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।

पार्टी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उन्होंने पुलिस से कहा है कि अगर आवश्यक हो तो पिता-पुत्र की जोड़ी को पकड़ने के लिए अतिरिक्त टीम तैनात की जाएं। वैष्णवी के पति एवं हगवणे के दूसरे बेटे शशांक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पवार उसकी शादी में मौजूद थे।

राजेंद्र की बहू वैष्णवी (26) ने 16 मई को पुणे के पास बावधन इलाके में ससुराल में कथित तौर पर फंदा लगाकर जान दे दी थी।

वैष्णवी के माता-पिता ने आरोप लगाया कि उन्होंने शादी के समय उसके पति शशांक के परिवार को 51 तोला (595 ग्राम) सोना, चांदी और एक एसयूवी गाड़ी दी थी, लेकिन हगवणे परिवार ने उन्हें परेशान किया और जमीन खरीदने के लिए दो करोड़ रुपये की मांग की।

पुलिस ने कहा कि वैष्णवी के पति शशांक, सास लता राजेंद्र हगवणे, राजेंद्र हगवणे, ननद करिश्मा और देवर सुशील के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और घरेलू हिंसा से संबंधित भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने वैष्णवी के पति, सास और ननद को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि राजेंद्र और सुशील फरार हैं।

राकांपा की महाराष्ट्र इकाई की युवा शाखा के अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने कहा कि महिला की मौत ‘‘मानवता पर एक धब्बा’’ है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम इसकी निंदा करते हैं और वैष्णवी के लिए न्याय की मांग करते हैं। इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ निश्चित रूप से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हमेशा पार्टी सदस्यों द्वारा गंभीर कदाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई है।

चव्हाण ने कहा, ‘‘अजित पवार ने बुधवार को खुद पुलिस को फोन कर फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने और सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।’’

उन्होंने कहा कि पार्टी इस तरह के कृत्यों का समर्थन नहीं करती। उन्होंने कहा कि राकांपा को इस घटना से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

महाराष्ट्र महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकनकर ने कहा कि वैष्णवी की 10 महीने की बच्ची वर्तमान में हगवणे के रिश्तेदारों के पास है और उसे वैष्णवी के माता-पिता को सौंप दिया जाएगा। चाकनकर राकांपा से ही हैं।

इस बीच दंपति की शादी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई है, जिसमें अजित पवार नवविवाहित जोड़े को उपहार में दी गई एसयूवी गाड़ी की चाबी सौंपते दिख रहे हैं।

वैष्णवी के मामा उत्तम बहिरत ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे याद है कि शादी के दौरान अजित पवार ने उसके माता-पिता से पूछा था कि ‘‘क्या आप स्वेच्छा से कार दे रहे हैं या राजा (राजेंद्र हगवणे) ने इसकी मांग की है?’’

बहिरत ने कहा कि यह एक प्रेम विवाह था, जिसका शुरू में उसके माता-पिता ने विरोध किया था।

उन्होंने आरोप लगाया कि शशांक और उसके परिवार ने दहेज में एक महंगी एसयूवी, सोना और एक लाख रुपये से अधिक की कलाई घड़ी की मांग की।

उन्होंने कहा, ‘‘उसके माता-पिता ने एक वाहन बुक किया था, लेकिन शशांक ने अधिक महंगी गाड़ी की मांग की।’’

उन्होंने कहा कि 2023 में शादी के छह महीने के भीतर वैष्णवी को शारीरिक और मानसिक शोषण का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘वैष्णवी ने मेरे सामने स्वीकार किया था कि उसे अपने फैसले पर पछतावा है।’’

बारामती में पार्टी के एक कार्यक्रम में अजित पवार ने वैष्णवी और शशांक की शादी का जिक्र किया, जहां उन्होंने नवविवाहित दंपति को एसयूवी की चाबियां सौंपी थीं।

पवार ने कहा कि उन्होंने दुल्हन के पिता से पूछा था कि क्या कार स्वेच्छा से उपहार में दी जा रही है या दूल्हे के परिवार के दबाव में दी जा रही है।

उन्होंने कहा था, ‘‘आप सभी मुझे शादियों में आमंत्रित करते हैं और मैं उनमें शामिल होने की कोशिश करता हूं। लेकिन अगर मैं किसी पार्टी कार्यकर्ता के बेटे की शादी में जाता हूं और बाद में वह अपनी बहू के साथ दुर्व्यवहार करता है तो मैं कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता हूं? क्या अजित पवार ने उन्हें ऐसा करने के लिए कहा था?’’

पवार ने कहा, ‘‘घटना के बारे में जानने के तुरंत बाद मैंने पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त को फोन किया और सख्त कार्रवाई करने को कहा… उनका (राजेंद्र और सुशील का) पता लगाने के लिए तीन टीम बनाई गई है और मैंने पुलिस को जरूरत पड़ने पर और टीम तैनात करने का निर्देश दिया है।’’

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया बिना किसी कारण के उनका नाम इस मामले में घसीट रहा है।

पवार ने कहा कि ऐसी शादियों में दुल्हन के पिता अक्सर उनसे कार की चाबियां या अन्य उपहार दूल्हे को सौंपने के लिए कहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह जानकारी सुनिश्चित करता हूं कि उपहार स्वेच्छा से दिया जा रहा है या दबाव में। मैंने चेतावनी भी दी थी कि अगर उपहार की मांग की गई है, तो मैं उस व्यक्ति को नहीं छोड़ूंगा।’’

पवार ने यह भी कहा कि उन्होंने वैष्णवी के पिता आनंद कस्पटे से बात की है और परिवार को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है।

भाषा सुरभि नरेश

नरेश