(कोमल पंचमाटिया)
मुंबई, 14 दिसंबर (भाषा) आगामी वेब सीरीज ‘मिसेज देशपांडे’ में एक सीरियल किलर की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का कहना है कि वह एक कलाकार के रूप में अपनी जिम्मेदारी से पूरी तरह वाकिफ हैं और उन्होंने जानबूझकर पर्दे पर हिंसा और रक्तपात के चित्रण के बजाय भावनात्मक गहराई को प्राथमिकता देने का विकल्प चुना है।
इस वेब सीरीज का निर्देशन नागेश कुकुनूर ने किया है। यह सीरीज जेल में बंद एक महिला सीरियल किलर की कहानी पर आधारित है, जिससे पुलिस तब संपर्क करती है जब सिलसिलेवार हत्याएं उसकी विशिष्ट शैली से मिलती-जुलती होती है।
छह एपिसोड की इस मनोवैज्ञानिक थ्रिलर में माधुरी दीक्षित एक बेबाक, ग्लैमर-मुक्त और बेहद परेशान करने वाले अवतार में नजर आएंगी। वेब सीरीज में उनका किरदार ‘हम आपके हैं कौन’, ‘दिल तो पागल है’, ‘देवदास’ और ‘टोटल धमाल’ जैसी फिल्मों से पूरी तरह से अलग है।
माधुरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘जिम्मेदारी तो हमेशा रहती है। लेकिन हम कलाकार हैं, हम अलग-अलग तरह की भूमिकाएं निभाते हैं और हम हर चीज के लिए जिम्मेदार नहीं हो सकते। निर्देशक के तौर पर, कुकुनूर इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट थे कि हम हिंसा की बात नहीं कर रहे हैं। यह हत्याओं की बात नहीं है, यह भावनाओं की बात है, यह खून-खराबे जैसी चीजों की बात नहीं है। ’’
अभिनेत्री ने कहा, ‘‘ पटकथा, उसका चरित्र, खुलासे और उसके साथ जो कुछ हुआ है, ये सब कहानी के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। इसलिए, जब लोग इस सीरीज को देखेंगे, तो उन्हें एहसास होगा कि यह सिर्फ हिंसा के बारे में नहीं है। हमारा मकसद कभी सनसनी पैदा करना नहीं था।’’
कुकुनूर ने भी उनकी भावनाओं को दोहराते हुए कहा कि यह सीरीज,एक रोमांचक कहानी पेश करती है जिसमें अप्रत्याशित मोड़ हैं। यह सीरीज 19 दिसंबर को जियोहॉटस्टार पर रिलीज होगी।
कुकुनूर ने कहा, ‘‘हमने बहुत सोच-समझकर यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया कि हिंसा और खून-खराबे के बजाय नाटक, उतार-चढ़ाव और रिश्तों को प्रभावी बनाए रखा जाए।’’
जब माधुरी दीक्षित से एक सीरियल किलर की भूमिका निभाने के लिए संपर्क किया गया, तो उन्होंने स्वीकार किया कि वह शुरू में थोड़ी हैरान थीं, लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि कहानी सामान्य से कहीं अधिक गहरी है।
माधुरी ने कहा, ‘‘एक पल के लिए मुझे लगा, मैं, सीरियल किलर? लेकिन यह सिर्फ सीरियल किलर होने की बात नहीं है, यह उसकी कहानी है, यह उसके व्यक्तित्व की बात है, ‘मिसेज देशपांडे’ के व्यक्तित्व की बात है। यह सिर्फ हत्या के बारे में नहीं है, बल्कि इसमें भावनाओं का भी समावेश है, और यही बात मुझे इस किरदार में सबसे अच्छी लगी।’’
यह शो फिल्मकार कुकुनूर के साथ उनका पहला सहयोग है। कुकुनूर ने ‘डोर’, ‘खानक’ और ‘सिटी ऑफ ड्रीम्स’ जैसी फिल्में बनाई हैं।
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