औरंगाबाद (महाराष्ट्र), एक जून (भाषा) वर्ष 2017 में किसानों के व्यापक प्रदर्शन का केंद्र रहे पुनतांबा गांव के किसानों ने गन्ना और अन्य फसलों से संबंधित मुद्दों को लेकर बुधवार को आंदोलन शुरू कर दिया।
गांव के सरपंच धनंजय धनवटे ने पीटीआई-भाषा को बताया कि अहमदनगर जिले के पुनतांबा में ग्राम पंचायत कार्यालय के पास शुरू हुआ आंदोलन पांच जून तक चलेगा।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार उनकी मांगों पर कोई जवाब नहीं देती है, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
धनवटे ने बताया कि निफाड़ (नासिक) और कोपरगांव (अहमदनगर) जैसे आसपास के इलाकों के किसान भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
पुनतांबा ग्राम पंचायत में पिछले महीने एक बैठक हुई थी, जिसमें किसानों ने सरकार के सामने 16 मांगें रखने का फैसला किया था।
धनवटे ने कुछ मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि (पिछले साल) अधिक बारिश के कारण राज्य में गन्ने की खेती अच्छी हुई, लेकिन अब चीनी मिल फसल नहीं उठा रही हैं और इस वजह से किसान फसल जला रहे हैं तथा आत्महत्या तक कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए वे चाहते हैं कि राज्य सरकार उन किसानों को प्रति हेक्टेयर दो लाख रुपये की सहायता प्रदान करे, जिनका गन्ना अब भी खेतों में है।
धनवटे ने कहा कि इसके अलावा, प्याज उत्पादक किसानों को 500 रुपये प्रति क्विंटल की सहायता मिलनी चाहिए क्योंकि इसकी कीमतें कम हो गई हैं। उन्होंने कहा कि किसानों ने बिजली बिल माफ करने की भी मांग की है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने गांव में सुबह एक रैली की और फिर आंदोलन शुरू किया। हम पांच जून तक आंदोलन करेंगे और हम उम्मीद करते हैं कि सरकार आंदोलनकारी किसानों की मांगों को लेकर उनसे बात करेगी। अगर वार्ता नहीं हुई, तो हम अपने आंदोलन को तेज करेंगे।’’
पुनतांबा के कृषकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान क्रांति मोर्चा के बैनर तले 2017 में व्यापक प्रदर्शन किया था।
भाषा सिम्मी नेत्रपाल
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