महाराष्ट्र पुलिस गत तीन वर्षों की आग, सिलेंडर और रासायनिक विस्फोटों की फिर जांच करेगी

महाराष्ट्र पुलिस गत तीन वर्षों की आग, सिलेंडर और रासायनिक विस्फोटों की फिर जांच करेगी

महाराष्ट्र पुलिस गत तीन वर्षों की आग, सिलेंडर और रासायनिक विस्फोटों की फिर जांच करेगी
Modified Date: November 24, 2025 / 07:51 pm IST
Published Date: November 24, 2025 7:51 pm IST

मुंबई, 24 नवंबर (भाषा) दिल्ली में लाल किले के नजदीक हुए कार विस्फोट के मद्देनजर महाराष्ट्र पुलिस राज्य में गत तीन वर्षों में आग, विस्फोट, रासायनिक और सिलेंडर विस्फोट से जुड़े मामलों की नए सिरे से जांच करेगी, जिनमें कई लोग हताहत हुए थे। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि पुलिस इस बात की जांच करेगी कि क्या इन घटनाओं में राष्ट्रविरोधी या आतंकवादी तत्व शामिल थे, जिन्हें पूर्व में दुर्घटना माना गया था।

महाराष्ट्र पुलिस ने लाल किले के निकट हुए कार विस्फोट की पृष्ठभूमि में एहतियाती उपाय के तौर पर शहरों के पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों सहित सभी इकाइयों के प्रभारी अधिकारियों को ये निर्देश जारी किए हैं। दिल्ली विस्फोट में 15 लोगों की मौत हो गई थी।

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अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्हें पिछले तीन वर्षों के दौरान लगी आग, विस्फोट, रसायन और सिलेंडर विस्फोट की उन घटनाओं की जांच पर फिर से विचार करने का निर्देश दिया गया है, जिनमें कई लोग हताहत हुए थे।

लाल किले के नजदीक 10 नवंबर को हुए विस्फोट और श्रीनगर पुलिस द्वारा एक ‘सफेदपोश’ मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां ‘​​हाई अलर्ट’ पर हैं।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस विभिन्न सोशल मीडिया मंचों के जरिए ऑनलाइन कट्टरपंथ पर नजर रखेगी। उन्होंने बताया कि पुलिस की सोशल मीडिया शाखाएं सतर्क हैं और संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रख रही हैं।

पुलिस को ऑनलाइन कट्टरपंथी समूहों के बारे में जानकारी एकत्र करने और पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफआई), स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) और एसडीपीआई जैसे संगठनों के पूर्व सदस्यों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

अधिकारी ने बताया कि इन व्यापक निर्देशों के बाद, पुलिस द्वारा निर्माण स्थलों पर काम करने वाले श्रमिकों से पूछताछ की जा रही है ताकि बांग्लादेशी घुसपैठियों या राष्ट्र-विरोधी तत्वों की पहचान की जा सके।

उन्होंने कहा कि पुलिस महाराष्ट्र में कश्मीरी छात्रों का सत्यापन भी करेगी और प्रमुख शहरों में रह रहे ऐसे छात्रों की अद्यतन सूची तैयार करेगी।

अधिकारी ने बताया कि निर्देशों में रेखांकित किया गया है कि पुलिस कश्मीरी छात्रों की पृष्ठभूमि की जांच करें और अद्यतन जानकारी के लिए शैक्षणिक संस्थानों से संपर्क बनाए रखें।

भाषा धीरज अविनाश

अविनाश


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