26/11 Mumbai Attack: 17 साल पहले की वह भयानक रात, मुंबई में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने मचाया मौत का तांडव, 150 से अधिक लोग हुए थे शहीद, जानिए कैसे दिया था हमले को अंजाम

26/11 Mumbai Attack: 17 साल पहले की वह भयानक रात, मुंबई में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने मचाया मौत का तांडव, 150 से अधिक लोग हुए थे शहीद, जानिए कैसे दिया था हमले को अंजाम

26/11 Mumbai Attack: 17 साल पहले की वह भयानक रात, मुंबई में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने मचाया मौत का तांडव, 150 से अधिक लोग हुए थे शहीद, जानिए कैसे दिया था हमले को अंजाम

26/11 Mumbai Attack/Image Source: IBC24

Modified Date: November 26, 2025 / 12:44 pm IST
Published Date: November 26, 2025 12:43 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 26/11 मुंबई हमला
  • ताज होटल से CST तक आतंकियों का कहर
  • सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़

मुंबई: 26/11 Mumbai Attack:  26 नवंबर 2008 की रात भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई पर एक सुनियोजित और क्रूर आतंकवादी हमला हुआ, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने ताज होटल, ट्राइडेंट होटल, नरीमन हाउस और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस सहित कई प्रमुख स्थानों पर सिलसिलेवार हमले किए। इस हमले में 150 से अधिक लोग शहीद हुए, जिनमें कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल थे।

26/11 की रात मुंबई की गलियों और प्रतिष्ठित होटलों में अराजकता और खौफ का माहौल रहा। आतंकियों ने समुद्र के रास्ते मुंबई में प्रवेश किया और अलग-अलग जगहों पर बम ब्लास्ट और गोलीबारी की। ताज महल होटल और ट्राइडेंट होटल में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। नरीमन हाउस, कोलाबा कॉजवे और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर भी हमले किए गए।

हमले की मुख्य घटनाओं की टाइमलाइन (Mumbai terrorist attack 2008)

26/11 Mumbai Attack:  26 नवंबर 2008 कि रात 9:20 बजे लियोपोल्ड कैफे पर दो आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें 10 लोगों की मौत हुई। रात 10:30 बजे मुंबई रेलवे स्टेशन के पास कामा अस्पताल पर हमला। तीन पुलिस अधिकारी मारे गए। रात 11 बजे चार आतंकवादी ताज होटल में घुसे। दो आतंकवादी ट्राइडेंट होटल में पहुंचे। दो आतंकवादी नरीमन हाउस और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर हमले के लिए रवाना हुए। ताज होटल में हमले बम धमाकों और गोलीबारी में कई लोगों की जान गई। ट्राइडेंट होटल में गोलीबारी 30 लोग मारे गए। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर हमला अजमल कसाब और साथी आतंकियों ने 58 लोगों को मौत के घाट उतारा। जिसके बाद 27 नवंबर 2008 कि सुबह 2:30 बजे भारतीय सेना ने ताज होटल की लॉबी में प्रवेश किया। सुबह 4:00 बजे सुरक्षाबलों ने होटलों में फंसे 200 लोगों को सुरक्षित निकाला।

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सुरक्षाबलों ने बचाई सैकड़ों की जान (Taj Hotel attack Mumbai)

26/11 Mumbai Attack:  सुबह 9:45 बजे नरीमन हाउस में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़। NSG, नौसेना कमांडो और भारतीय सेना ने मिलकर आतंकियों को मार गिराया। अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया। 28-29 नवंबर 2008 को ट्राइडेंट और ताज होटल से आतंकियों का सफाया किया गया। इस हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे, विजय सालस्कर, अशोक कामटे और तुकाराम ओम्बाले जैसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आज भी देश के नायक माने जाते हैं। 26/11 हमले ने न केवल मुंबई, बल्कि पूरे देश को आतंकवाद की भयावहता का अहसास कराया और सुरक्षा बलों की भूमिका को उजागर किया। 17 साल बाद भी 26/11 की यादें हर भारतीय के लिए गहरे दर्द और साहस की कहानी याद दिलाती हैं।

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सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।