Nitesh Rane on Nagpur Violence| Photo Credit: @AHindinews
Nitesh Rane on Nagpur Violence: मुंबई। नागपुर घटना पर महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि “…अबू आजमी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्होंने ही इस मुद्दे को शुरू किया। सरकार को बदनाम करने के लिए यह एक पूर्वनियोजित हिंसा थी। हमारे पुलिसकर्मियों पर हाथ उठाने वालों को हम नहीं छोड़ेंगे। इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
#WATCH | मुंबई: नागपुर घटना पर महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने कहा, “…अबू आजमी इसके लिए जिम्मेदार हैं…उन्होंने ही इस मुद्दे को शुरू किया…सरकार को बदनाम करने के लिए यह एक पूर्वनियोजित हिंसा थी…हमारे पुलिसकर्मियों पर हाथ उठाने वालों को हम नहीं छोड़ेंगे…इस मामले में… pic.twitter.com/TBpKyVeGRc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 18, 2025
50 से ज्यादा लोग गिरफ्तार
बता दें कि, नागपुर पुलिस ने अबतक हिंसा में शामिल 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इलाके में कर्फ्यू लगा हुआ है। वहीं, सुबह इंटरनेट सेवाएं फिर से बहाल कर दी गई है। सीएम देवेंद्र फडणवीस नागपुर हिंसा को लेकर बेहद सख्त हैं। वहीं, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को इसमें साजि
क्या है मामला
नागपुर हिंसा ने महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया। अधिकारियों ने कहा कि, सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में तब हिंसा भड़क उठी जब अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए आंदोलन के दौरान धर्मग्रंथ जलाया गया है। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया जिससे छह आम नागरिक और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार, पुराने भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में रात साढ़े 10 से साढ़े 11 बजे के बीच एक और झड़प हुई। चश्मदीदों के अनुसार, बेकाबू भीड़ ने इलाके में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया, घरों और एक क्लिनिक में तोड़फोड़ की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और नागपुर से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हिंसा के मद्देनजर शांति और सद्भाव की अपील की है।
इन इलाकों में लगा कर्फ्यू
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकडगंज, पाचपावली, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाडा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। इसमें कहा गया कि कर्फ्यू के दौरान संबंधित क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त आवश्यकतानुसार वाहनों की आवाजाही पर फैसला लेंगे।