Nitin Gadkari: ‘पत्नी से ज्यादा फाइलों से प्यार…’, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सरकारी अधिकारियों को दी तगड़ी सलाह, फाइलें लटकाने पर कह दी ये बड़ी बात

Nitin Gadkari: 'पत्नी से ज्यादा फाइलों से प्यार...', केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सरकारी अधिकारियों को दी तगड़ी सलाह, फाइलें लटकाने पर कह दी ये बड़ी बात

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  • Publish Date - November 9, 2025 / 07:47 PM IST,
    Updated On - November 9, 2025 / 07:48 PM IST

Nitin Gadkari/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • नितिन गडकरी ने अधिकारियों को चेताया
  • हंसी-मज़ाक में गडकरी ने किया बड़ा संदेश
  • फाइलों से ज्यादा पत्नी से प्यार मत करो- गडकरी

नागपुर: Nitin Gadkari:  नागपुर में आयोजित राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी के स्थापना दिवस के मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अधिकारियों को फाइलें लटका कर न रखने और समय पर निर्णय लेने की सलाह दी। मंच से हसी-मजाक में उन्होंने कहा कि किसी भी मामले में निर्णय की देरी लोगों के लिए परेशानी का कारण बनती है।

अपनी पत्नी से भी ज्यादा फाइलों से प्यार (Nitin Gadkari news)

गडकरी ने अधिकारियों पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ अधिकारी अपनी पत्नी से भी ज्यादा फाइलों से प्यार करते हैं जिसके कारण निर्णय लेने में देरी होती है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि फाइलों को रोकने के बजाय मंजूर या नामंजूर कर निर्णय लें क्योंकि निर्णय में देरी से ठेकेदारों और उद्यमियों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। एक उदाहरण साझा करते हुए गडकरी ने बताया कि उन्होंने एक वरिष्ठ अधिकारी से कहा था कि वह अमर प्रेम के साक्षात्कार हैं क्योंकि वह फाइलों के लिए अपनी पत्नी से कई गुना ज्यादा प्रेम करते हैं।

निर्णय में देरी ठेकेदारों और जनता के लिए भारी है (Nitin Gadkari speech)

Nitin Gadkari:  उनके इस तंज के बाद अधिकारी को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने तुरंत फाइलों पर निर्णय लेने की जरूरत समझी। गडकरी ने स्पष्ट किया कि निर्णय में देरी न केवल कामकाज प्रभावित करती है, बल्कि आम जनता और व्यवसायियों के हितों पर भी गंभीर असर डालती है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पुरानी फाइलों को रोकने के बजाय समयबद्ध निर्णय लेना उनकी जिम्मेदारी है।

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नितिन गडकरी ने अधिकारियों को किस बारे में सलाह दी?

उन्होंने अधिकारियों को फाइलें लटका कर न रखने और समय पर निर्णय लेने की सलाह दी।

निर्णय में देरी से किसे नुकसान होता है?

निर्णय में देरी से ठेकेदारों, उद्यमियों और आम जनता को नुकसान होता है।

अधिकारियों को फाइलों पर कैसे निर्णय लेना चाहिए?

अधिकारियों को पुरानी फाइलों को रोकने के बजाय मंजूर या नामंजूर कर समयबद्ध निर्णय लेना चाहिए।