Nagpur Violence: नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड निकला फहीम खान, केंद्रीय मंत्री गडकरी के खिलाफ लड़ा था चुनाव, अब पुलिस ने किया गिरफ्तार
Nagpur Violence: नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड निकला फहीम खान, केंद्रीय मंत्री गडकरी के खिलाफ लड़ा था चुनाव, अब पुलिस ने किया गिरफ्तार
Nagpur Violence | Photo Credit: IBC24
- नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान है, जिसका पुलिस ने दावा किया है।
- हिंसा अफवाह के कारण भड़की, जिसमें एक धार्मिक ग्रंथ को जलाने की अफवाह फैलने के बाद तनाव बढ़ा।
- फहीम खान 2024 में नितिन गडकरी से नागपुर लोकसभा सीट पर चुनाव हार चुका है।
नागपुर: Nagpur Violence महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को हिंसा हुई थी। इस हिंसा में कई लोग घायल हुए थे। वहीं पुलिस पर पत्थरबाजी की घटना भी सामने आई थी। घटना के बाद अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। लेकिन अभी भी कई इलाके में कर्फ्यू जारी है। इसी बीच नागपुर पुलिस ने बुधवार को बड़ा दावा किया है। पुलिस का दावा है कि इस हिंसा का मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान है। पुलिस ने फहीम शमीम खान की फोटो भी जारी की है। आइए जानते हैं कौन है फहीम शमीम खान?
कौन है फहीम खान?
Nagpur Violence फहीम खान एमडीपी का नगर अध्यक्ष है और नागपुर के यशोधरा नगर में संजय बाग कॉलोनी का रहने वाला है। पुलिस ने इस मामले में कई FIR दर्ज की है। गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में खुलासा हुआ कि भीड़ ने अंधेरे का फायदा उठाकर महिला पुलिसकर्मी के साथ छेड़खानी की भी कोशिश की थी। फहीम खान माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का शहर अध्यक्ष है। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि उनके भाषण ने इलाके में सांप्रदायिक तनाव को भड़काया, जिससे हिंसा भड़क उठी।
गडकरी के खिलाफ लड़ा था चुनाव
फहीम शमीम खान, जो कि अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के उम्मीदवार के रूप में 2024 के लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट से चुनाव लड़े थे, बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से हार गए।फहीम खान ने चुनावी मैदान में अपना पूरा जोर लगाया था, लेकिन उन्हें 6.5 लाख से अधिक वोटों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
नितिन गडकरी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की, जबकि फहीम खान की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा। फहीम खान की यह हार उनके राजनीतिक करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है। हालांकि, इस चुनावी पराजय के बावजूद उनका पार्टी के भीतर महत्वपूर्ण स्थान है और वे अपनी राजनीतिक यात्रा जारी रख सकते हैं। चुनाव में गडकरी की शानदार जीत से यह साबित हुआ कि नागपुर में बीजेपी का दबदबा बरकरार है।
क्यों भड़की थी हिंसा?
सोमवार को नागपुर में हिंसा भड़की थी। अधिकारियों के अनुसार एक अफवाह के कारण हिंसा भड़की थी। पहले कुछ संगठन औरंगजेब की कब्र हटाने के लिए प्रदर्शन कर रहे थे। इसी के बीच अफवाह फैल गई कि एक धार्मिक ग्रंथ को जला दिया गया। इसके बाद हिंसा भड़क गई। इस हिंसा में पुलिस ने अब तक पांच FIR दर्ज की है और 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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