प्रवीण दारेकर कानून से ऊपर नहीं, उनके खिलाफ प्राथमिकी उचित : राकांपा युवा शाखा |

प्रवीण दारेकर कानून से ऊपर नहीं, उनके खिलाफ प्राथमिकी उचित : राकांपा युवा शाखा

प्रवीण दारेकर कानून से ऊपर नहीं, उनके खिलाफ प्राथमिकी उचित : राकांपा युवा शाखा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:55 PM IST, Published Date : March 15, 2022/4:28 pm IST

मुंबई, 15 मार्च (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की युवा शाखा ने मंगलवार को कहा कि कथित बैंक घोटाले के सिलसिले में भाजपा विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) प्रवीण दारेकर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करना ‘उचित’ है और उन्हें खुद को कानून से ऊपर नहीं समझना चाहिए।

मुंबई पुलिस ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के एक पदाधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और आपराधिक साजिश के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की।

महाराष्ट्र राकांपा युवा शाखा के कार्यकारी अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने आरोप लगाया कि दारेकर ने विधान परिषद चुनावों के लिए अपने हलफनामे में घोषणा की थी कि उनके पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की कंपनियों का स्वामित्व है। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक ने लेकिन मुंबई बैंक के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ते हुए खुद को गलत तरीके से मजदूर घोषित कर दिया।

चव्हाण ने वीडियो पर जारी एक बयान में कहा, “क्या इसका मतलब यह नहीं है कि आपने (दारेकर ने) धोखा (लोगों को) दिया? आपके खिलाफ की गई कार्रवाई उचित है। आपको खुद को कानून से ऊपर नहीं समझना चाहिए।”

चव्हाण ने पूछा, “और आपने पहले ही कहा था कि अगर किसी ने कुछ गलत नहीं किया है तो डरने की जरूरत नहीं है। फिर अब क्यों डर रहे हैं?”

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि दारेकर ने खुद को मजदूर घोषित किया, जो बाद में गलत पाया गया। शिकायतकर्ता ने कहा कि वह 2011 से 2021 तक मुंबई बैंक के अध्यक्ष थे और कथित तौर पर विभिन्न वित्तीय अनियमितताओं में शामिल थे।

भाषा प्रशांत पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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