सपा विधायक अबू आजमी को ‘‘शत प्रतिशत’’ जेल में डाला जाएगा: विधान परिषद में मुख्यमंत्री फडणवीस

सपा विधायक अबू आजमी को ‘‘शत प्रतिशत’’ जेल में डाला जाएगा: विधान परिषद में मुख्यमंत्री फडणवीस

सपा विधायक अबू आजमी को ‘‘शत प्रतिशत’’ जेल में डाला जाएगा: विधान परिषद में मुख्यमंत्री फडणवीस
Modified Date: March 5, 2025 / 08:43 pm IST
Published Date: March 5, 2025 8:43 pm IST

मुंबई, पांच मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधान परिषद में कहा कि मुगल शासक औरंगजेब की प्रशंसा करने पर महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित किए गए समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आसिम आजमी को ‘‘शत प्रतिशत’’ जेल में डाला जाएगा।

सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कहा कि औरंगजेब की प्रशंसा मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके योद्धा-पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान है।

बजट सत्र के समाप्त होने तक विधानसभा से निलंबित किए गए आजमी ने कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि उन्हें विवादास्पद टिप्पणी वापस लेने के बावजूद दंडित किया गया है। बजट सत्र 26 मार्च को समाप्त होगा।

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विधान परिषद में जब विपक्ष के नेता और शिवसेना (उबाठा) के सदस्य अंबादास दानवे ने फडणवीस से पूछा कि आजमी को उनकी टिप्पणी के लिए जेल क्यों नहीं भेजा गया, तो उन्होंने कहा कि मुंबई के मानखुर्द-शिवाजी नगर से विधायक आजमी को ‘‘शत प्रतिशत’’ जेल में डाला जाएगा।

शिवसेना (उबाठा) के अध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य उद्धव ठाकरे ने कहा कि किसी को भी राष्ट्रीय नायकों के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

ठाकरे ने मांग की, ‘‘उन्हें (आजमी को) स्थायी रूप से (विधानसभा से) निलंबित किया जाना चाहिए।’’

आजमी के कार्यालय द्वारा जारी एक वीडियो बयान में समाजवादी पार्टी के नेता ने दावा किया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है, लेकिन सदन में सुचारू कामकाज सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने विधानसभा के बाहर की गई टिप्पणियों को वापस ले लिया।

उन्होंने कहा, ‘‘फिर भी मुझे निलंबित कर दिया गया।’’

आजमी ने कहा था कि औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा (म्यांमा) तक फैली हुई थी।

विधायक ने दावा किया, ‘‘हमारी जीडीपी (विश्व जीडीपी का) 24 प्रतिशत थी और भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था।’’

औरंगजेब और मराठा शासक छत्रपति संभाजी महाराज के बीच लड़ाई के बारे में पूछे जाने पर आजमी ने इसे राजनीतिक लड़ाई करार दिया था।

उनकी टिप्पणियों के चलते मंगलवार को राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने उनके निलंबन और देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की।

बुधवार को यह मुद्दा विधान परिषद में भी उठा, जहां विपक्ष ने अभिनेता राहुल सोलापुरकर और पूर्व पत्रकार प्रशांत कोराटकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जो राष्ट्रीय नायकों पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए आलोचना का सामना कर रहे हैं।

पुलिस ने एक इतिहासकार को धमकी देने और छत्रपति शिवाजी महाराज तथा उनके बेटे संभाजी महाराज के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में नागपुर स्थित कोराटकर पर मामला दर्ज किया है। सोलापुरकर पर छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में ‘‘आपत्तिजनक’’ टिप्पणी करने का आरोप है।

भाई जगताप (कांग्रेस) ने कहा कि आजमी द्वारा की गई टिप्पणियों और कोराटकर तथा सोलापुरकर द्वारा की गई टिप्पणियों से निपटने के लिए अलग-अलग पैमाने नहीं हो सकते।

दानवे (शिवसेना-उबाठा) ने कहा कि सोलापुरकर को पुणे नगर निगम की सांस्कृतिक समिति में नियुक्त किया गया है।

नेता विपक्ष ने कहा कि कोराटकर का मोबाइल जब्त कर लिया गया है लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी बात पर अमल करना चाहिए।

फडणवीस ने कहा कि कोराटकर ने कोल्हापुर की एक अदालत से अपने खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की और इसे ऊपरी अदालत में चुनौती दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि जो भी छत्रपति शिवाजी और छत्रपति संभाजी का अपमान करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

फडणवीस ने चुनिंदा तरीके से दृष्टिकोण रखने के लिए विपक्ष पर हमला किया और कहा कि उन्होंने छत्रपति शिवाजी के बारे में राकांपा (एसपी) के विधायक जितेंद्र आव्हाड और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा की गई आलोचनात्मक टिप्पणियों के बारे में कुछ नहीं कहा।

भाषा नेत्रपाल वैभव

वैभव


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