नांदेड़ जिले में राकांपा नेता के अपहरण एवं मारपीट के मामले में सात लोग गिरफ्तार

नांदेड़ जिले में राकांपा नेता के अपहरण एवं मारपीट के मामले में सात लोग गिरफ्तार

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  • Publish Date - December 24, 2025 / 11:20 AM IST,
    Updated On - December 24, 2025 / 11:20 AM IST

नांदेड़, 24 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में ‘‘वित्तीय विवाद के कारण’’ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के एक नेता का कथित रूप से अपहरण कर उसके साथ मारपीट की गई जिसके बाद पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

पीड़ित जीवन घोगरे नांदेड़ नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। उन्होंने जिले की लोहा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक प्रतापराव चिखलीकर पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है।

चिखलीकर भी उपमुख्यमंत्री अजित पवार नीत राकांपा में नेता हैं। उन्होंने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया।

पुलिस ने मंगलवार को बताया कि शिकायतकर्ता को सोमवार दोपहर ज्ञानेश्वर नगर क्षेत्र में उस समय निशाना बनाया गया जब वह अपनी कार से जा रहे थे।

उन्होंने बताया कि एक अन्य कार में सवार लोगों के एक समूह ने उन्हें कथित तौर पर रोका, उनके वाहन पर पथराव किया और उन्हें अपने वाहन में जबरन घसीटकर ले गए।

पुलिस ने घटना की जानकारी मिलने के बाद तलाश शुरू की लेकिन घोगरे ने पुलिस से संपर्क कर दावा किया कि उनका अपहरण नहीं हुआ है, बल्कि वह कारोबार के सिलसिले में स्वेच्छा से गए हैं। गड़बड़ी की आशंका होने पर पुलिस ने तलाश जारी रखी और घोगरे बाद में घायल अवस्था में मिले।

घोगरे ने पुलिस को बताया कि उनका अपहरण करने वालों ने उन्हें बंदूक का डर दिखाकर यह झूठ कहने के लिए मजबूर किया था कि वह सुरक्षित हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि घोगरे के अपहरण और मारपीट के संबंध में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान शुभम सुनेवाड, राहुल दासरवाड, कौस्तुभ रणवीर, विवेक सूर्यवंशी, माधव वाघमारे, मोहम्मद अफरोज और देवानंद भोले के रूप में हुई है।

घोगरे ने आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे मौजूदा विधायक चिखलीकर और एक पूर्व विधायक का हाथ है। उन्होंने कहा कि वित्तीय लेन-देन और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से जुड़े विवाद के कारण यह हमला किया गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें और उनके परिवार को इन नेताओं से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। वहीं, चिखलीकर ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस घटना से उनका कोई संबंध नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह राजनीतिक साजिश है। मैं पिछले तीन दिनों से चुनाव संबंधी कार्यों एवं मतगणना में व्यस्त था और फिलहाल मालेगांव मेले में हूं। मुझे इसकी जानकारी मीडिया के माध्यम से मिली। मुझे भरोसा है कि पुलिस जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी।’’

भाषा सिम्मी शोभना

शोभना