मुंबई, 15 मई (भाषा) संगीतकार और गीतकार अंकुर तिवारी का मानना है कि तकनीक ने संगीत को नया रूप देने में मदद की है, लेकिन इसी तकनीक ने कलाकारों को एक-दूसरे से दूर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि आजकल कलाकार तकनीकी तौर पर सक्षम तो हो गए हैं, लेकिन साथ ही वे अकेलेपन के शिकार भी हो रहे हैं।
अंकुर तिवारी इन दिनों अपने नए प्रोजेक्ट ‘सिटी सेशन्स’ को लेकर चर्चा में हैं।
टाइगर बेबी रिकॉर्ड्स और आईलैंड सिटी स्टूडियोज के साथ मिलकर बनाए गए इस एल्बम के जरिए वे कलाकारों को एक साथ लाकर सामूहिक सृजन को बढ़ावा देना चाहते हैं। एल्बम नौ मई को ऑडियो प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज हुआ है।
तिवारी ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, “पहले लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करते थे। आज हर कोई अपने लैपटॉप और होम स्टूडियो में अकेले काम कर रहा है। तकनीक ने इंसानी जुड़ाव को कम कर दिया है। यही जुड़ाव हम ‘सिटी सेशन्स’ के ज़रिए वापस लाना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि एआई के दौर में भी इंसानों की सबसे बड़ी ताकत उनकी भावना है, जो तकनीक में नहीं होती। जो कलाकार महसूस करना बंद कर देगा, उसकी कला पीछे छूट जाएगी।”
इस एल्बम में नील अधिकारी, पुशन कृपलानी और अरिजीत दत्ता जैसे स्वतंत्र कलाकारों के छह ओरिजिनल ट्रैक हैं।
फिल्मों की बात करें तो वे जल्द ही फरहान अख्तर की फिल्म ‘डॉन 3’ और विशाल भारद्वाज की ‘अर्जुन उस्तरा’ पर काम शुरू करने वाले हैं।
भाषा राखी मनीषा
मनीषा
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