नाबालिग छात्राओं के कपड़े उतरवाकर मासिक धर्म की जांच करता था प्राइवेट स्कूल का प्रींसिपल, सीएम तक पहुंची बात तो दिए ये निर्देश

Maharashtra News: नाबालिग छात्राओं के कपड़े उतरवाकर मासिक धर्म की जांच करता था प्राइवेट स्कूल का प्रींसिपल, सीएम तक पहुंची बात तो दिए ये निर्देश

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  • Publish Date - July 10, 2025 / 05:35 PM IST,
    Updated On - July 10, 2025 / 05:36 PM IST

Maharashtra News | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • कक्षा 5 से 10 तक की छात्राओं के कपड़े उतरवाए गए
  • स्कूल की प्रधानाचार्य और एक महिला कर्मचारी गिरफ्तार
  • मुख्यमंत्री ने दिए जांच और कड़ी कार्रवाई के आदेश

मुंबई: Maharashtra News महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक स्कूल में छात्राओं के मासिक धर्म की जांच के लिए कथित तौर पर उनके कपड़े उतरवाने के मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मंत्री गिरीश महाजन ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

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Maharashtra News मंत्री ने विधानसभा को बताया कि मुख्यमंत्री ने ठाणे जिले के एक निजी स्कूल में हुई इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। महाजन ने कहा कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस के नाना पटोले ने निचले सदन में यह मामला उठाया और चिंता व्यक्त की कि महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य में भी ऐसी घटना हो सकती है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) (राकांपा-एसपी) के जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि मामले में शामिल स्कूल की प्रधानाचार्य स्वयं एक महिला हैं। पुलिस ने लड़कियों के कथित तौर पर कपड़े उतरवाने के मामले में प्रधानाचार्य और एक अन्य कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है।

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महाजन ने सदन को आश्वासन दिया कि घटना की जांच की जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पुलिस मामले में पहले ही कार्रवाई कर चुकी है। कांग्रेस विधायक ज्योति गायकवाड़ ने भी मांग की कि दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन और पानी जैसी सुविधाएं जरूरी हैं। पुलिस ने बताया कि महाराष्ट्र में ठाणे जिले के शाहपुर इलाके में स्थित स्कूल के शौचालय में खून के धब्बे देखे जाने के बाद यह पता लगाने के लिए छात्राओं के कपड़े उतरवाए गए कि उन्हें मासिक धर्म हो रहा है या नहीं।

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इस घटना से लड़कियों के अभिभावकों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने बुधवार को स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया तथा घटना में शामिल प्रबंधन और शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। शाहपुर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने बुधवार रात को स्कूल की प्रधानाचार्य और एक महिला परिचारिका को गिरफ्तार किया। उन पर आरोप है कि उन्होंने यह पता लगाने के लिए कक्षा पांच से 10 तक की लड़कियों के कपड़े उतरवाकर जांच की कि उन्हें मासिक धर्म हो रहा है या नहीं।

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उन्होंने बताया कि आठ लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) और धारा 76 (महिला के कपड़े उतरवाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) तथा यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।

"ठाणे स्कूल मासिक धर्म जांच" मामला क्या है?

ठाणे जिले के एक निजी स्कूल में मासिक धर्म की जांच के लिए छात्राओं के कपड़े उतरवाए गए, जिससे बच्चों की गरिमा को ठेस पहुंची। मामला राज्य में आक्रोश का कारण बना है।

"मासिक धर्म जांच" के नाम पर स्कूल प्रशासन ने क्या किया?

स्कूल के शौचालय में खून के धब्बे मिलने के बाद, स्कूल स्टाफ ने मासिक धर्म का पता लगाने के लिए लड़कियों के कपड़े उतरवाए – जो कि पूरी तरह अमानवीय और गैरकानूनी था।

"मासिक धर्म जांच" मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई है?

पुलिस ने स्कूल की प्रधानाचार्य और एक महिला परिचारिका को गिरफ्तार किया है। 8 लोगों पर POSCO एक्ट और IPC की धारा 74 व 76 के तहत मामला दर्ज किया गया है।