Protest against Aurangzeb Tomb: औरंगजेब की कब्र हटेगी या नहीं? हिंदू संगठन आज बड़े स्तर पर करेंगे प्रदर्शन, बढ़ाई गई सुरक्षा

Protest against Aurangzeb Tomb: औरंगजेब की कब्र हटेगी या नहीं? हिंदू संगठन आज बड़े स्तर पर करेंगे प्रदर्शन, बढ़ाई गई सुरक्षा |

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  • Publish Date - March 17, 2025 / 08:08 AM IST,
    Updated On - March 17, 2025 / 08:10 AM IST

Protest against Aurangzeb Tomb | Source : Wikipedia

HIGHLIGHTS
  • मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है।
  • विहिप और बजरंग दल ने कब्र हटाने की मांग तेज करते हुए आज प्रदर्शन करने जा रहा है।
  • महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र के आस-पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

मुंबई। Protest against Aurangzeb Tomb: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में स्थित मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से राजनीतिक नेताओं और संगठनों द्वारा इस कब्र को हटाने की मांग को लेकर तीखे बयान दिए जा रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने कब्र हटाने की मांग तेज करते हुए आज प्रदर्शन करने जा रहा है। इतना ही नहीं पहले विहिप और बजरंग दल ने मुगल शासक के कब्र को तोड़ने की धमकी दी थी। महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र के आस-पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

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औरंगजेब की कब्र पर विपक्ष का बयान

वहीं विपक्ष का इस मुद्दे पर अलग ही रुख है। वे नहीं चाहता कि कब्र हटाई जाए, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह छत्रपति शिवाजी महाराज की औरंगजेब पर जीत का प्रतीक है। इसके अलावा, उन्होंने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग द्वारा दिए गए अल्टीमेटम की भी आलोचना की। विपक्ष के अनुसार इससे समाज में तनाव ही पैदा होगा और सरकार से उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया।

औरंगजेब की कब्र को लेकर उठे विवाद और वीएचपी और बजरंग दल द्वारा इसे हटाने की मांग पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अतुल लोंधे पाटिल कहते हैं, “महाराष्ट्र में स्थिति तनावपूर्ण है। कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। किसान बिजली-पानी न मिलने से आत्महत्या कर रहे हैं। बेरोजगारी बढ़ गई है। इन सभी मुद्दों को छिपाने के लिए भाजपा हिंदू-मुस्लिम के नए मुद्दे लेकर आती है। उन्होंने लोगों को पीएफ और पेंशन योजनाओं से हटाकर शेयर बाजार की ओर मोड़ दिया और अब 5 महीने में ही आम आदमी गरीब हो गया है। लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दों से हटाने के लिए उन्हें ऐतिहासिक विषयों में उलझाया जा रहा है। लोग इस बार उनके झांसे में आने वाले नहीं हैं। उन्हें असली मुद्दों पर चर्चा करनी होगी।”

औरंगजेब की कब्र का विवाद क्या है?

औरंगजेब की कब्र को लेकर महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में विवाद बढ़ता जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने इसे हटाने की मांग की है, जबकि विपक्ष इसे छत्रपति शिवाजी महाराज की औरंगजेब पर जीत का प्रतीक मानता है और इसका विरोध कर रहा है।

विहिप और बजरंग दल की कब्र को हटाने की मांग क्यों कर रहे हैं?

विहिप और बजरंग दल का मानना है कि औरंगजेब की कब्र को हटाया जाना चाहिए क्योंकि यह एक विवादास्पद ऐतिहासिक प्रतीक है। इन संगठनों का कहना है कि यह हिंदू समाज को आहत करता है और इससे सामाजिक तनाव पैदा हो रहा है।

विपक्ष का इस मुद्दे पर क्या रुख है?

विपक्ष का कहना है कि औरंगजेब की कब्र छत्रपति शिवाजी महाराज की विजय का प्रतीक है और इसे हटाना समाज में और अधिक तनाव पैदा करेगा। वे इसके बजाय सरकार से वास्तविक मुद्दों पर ध्यान देने की अपील कर रहे हैं।

कांग्रेस के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर क्या बयान दिया है?

कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंधे पाटिल ने कहा कि भाजपा इस विवाद को बढ़ाकर असल मुद्दों से ध्यान भटका रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं पर ध्यान देने की बजाय ऐतिहासिक मुद्दों को उछाला जा रहा है।

क्या औरंगजेब की कब्र हटाने से महाराष्ट्र में तनाव बढ़ेगा?

हां, इस मुद्दे पर बढ़ते विवाद और प्रदर्शन से राज्य में तनाव बढ़ सकता है। विपक्ष और कई राजनीतिक दल इस कदम के खिलाफ हैं और इसे सामाजिक सौहार्द के लिए खतरा मानते हैं।