Ayodhya Ram Mandir: क्या बाबरी मस्जिद वाली जगह से 3 किलोमीटर दूर पर बन रहा ‘राम मंदिर’? जानिए वायरल दावे का सच

Ayodhya Ram Mandir Babar Masjid : क्या बाबरी मस्जिद वाली जगह से 3 किलोमीटर दूर पर बन रहा 'राम मंदिर'? जानिए वायरल दावे का सच

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  • Publish Date - January 16, 2024 / 03:46 PM IST,
    Updated On - January 16, 2024 / 03:47 PM IST

अयोध्या।  22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने वाले नए भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए जोरो शोरो से चल रही तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देश और विदेश से लाखों रामभक्त राम मंदिर के उद्घाटन अवसर पर अयोध्या पहुंचेंगे।लेकिन, इस बीच सोशल मीडिया पर राम मंदिर को लेकर एक बड़ा दावा सामने आया है जिसमें कहा जा रहा है कि राम मंदिर को बाबरी मस्जिद से तीन किलोमीटर दूर बनाया गया है। वहीं, अब कई नेताओं ने भी इस दावे को आगे बढ़ाया है।

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बाबरी मस्जिद वाली जगह बन रहा राम मंदिर?

दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने स्क्रीनशॉट शेयर किया था, जिसमें दो जगहों पर घेरा बनाया गया है। एक घेरा अयोध्या में बन रहे श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर लगा है। वहीं, दूसरा घेरा एक और लोकेशन पर लगा है जिसमें बाबर मस्जिद परमानेंटली क्लोज लिखा है। इसे शेयर करते हुए यह दावा किया गया कि जिस जगह पर बाबरी मस्जिद को तोड़ा गया, वहां राम मंदिर नहीं बन रहा है बल्कि 3 किलोमीटर दूर दूसरी जगह पर बन रहा है।

सांसद संजय राउत ने उठाए सवाल

इस मामले पर शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने भी बयान देते हुए कहा, ‘मंदिर को अगर 3 किलोमीटर दूर ही बनाना था, तो फिर मस्जिद क्यों गिराई? हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच नफरत क्यों फैलाई गई? अब ये साफ हो गया कि इसके पीछे सिर्फ और सिर्फ राजनीति है। वहीं, हरियाणा कांग्रेस के महासचिव विकास बंसल ने भी संजय राउत के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि हम हिंदुओं को देशहित में धर्म के नाम पर की जा रही इस राजनीति का विरोध करना ही चाहिए।

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क्या है विवाद की वजह

दरअसल, राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 2.77 एकड़ भूमि को लेकर लंबे समय से चला आ रहा धार्मिक विवाद है। इस स्थान पर हिंदू और मुस्लिम, दोनों अपना दावा करते रहे हैं। हिंदुओं का मानना है कि 16वीं शताब्दी में बाबर द्वारा मस्जिद उसी जगह पर बनाई गई है जहां हिन्दू देवता राम का जन्म हुआ था। इसको लेकर कई वर्षों से इसी क्रम में 1992 में विश्व हिन्दू परिषद जैसे विभिन्न दक्षिणपंथी संगठनों से जुड़े हिंदू कार्यकर्ताओं के एक बड़े समूह ने बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया, जिससे पूरे देश में सांप्रदायिक दंगे भड़के थे।

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