अयोध्या : Ram Mandir Pran Pratishtha : श्रीराम के जयकारों की गूंज अयोध्या से लेकर अंतरिक्ष तक है.. देवलोक से भगवान राम पुण्यभूमि पधार रहे हैं। त्रेता में प्रभु श्रीराम पितृऋण चुकाने के लिए 14 साल के लिए वनवास पर गए थे.. लेकिन कलियुग में उन्हें अपनी ही जन्मभूमि पर सदियों वनवास काटना पड़ा। सैकड़ों लोगों का बलिदान, करीब 500 साल का संघर्ष और टैंट में रामलला को देखने की पीड़ा अब जाकर खत्म हो रही है। अपने ही देश में, अपनी ही जन्मभूमि पर, अपने ही राजमहल में जाने को प्रतिक्षारत श्रीराम भव्य राम मंदिर में विराजमान हो रहे हैं। इस अलौकिक क्षण के साक्षी भारतीय गर्व और भक्ति ओतप्रोत होकर रामधुन में रम गए हैं।
आस्था का सैलाब इसलिए उमड़ रहा है क्योंकि नये इतिहास का साक्षी बनने का सौभाग्य सबको नहीं मिलता…श्रीराम सिर्फ एक नाम नहीं, इस देश के प्राण हैं, जो देशवासियों की धड़कनों में बसते हैं.. उन्हीं भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का ये दिव्य अनुष्ठान है.. इसलिए इन तस्वीरों को अपनी आंखों, मस्तिष्क और हृदय में बसा लीजिए.. हमारे पुरखों ने जिस अयोध्या की तस्वीर पीढ़ी-दर-पीढ़ी संरक्षित रखते हुए हम तक पहुंचाया है…आज वो तस्वीर आकार ले चुकी है.. त्रेता में राम लंका जीत कर अपनी सेना के साथ अपने घर वापस आए थे तब अयोध्या ने दीवाली मनाई थी…और कलियुग में एक लंबा युद्ध जीत कर एक बार फिर श्रीराम घर आए हैं.. पूरा देश उनकी अगवानी में दिवाली मना रहा है।