राज्य से बाहर के श्रद्धालु 30 जून तक नहीं कर सकेंगे चारधाम की यात्रा, स्थानीय लोगों को शर्तों के साथ दर्शन की अनुमति

राज्य से बाहर के श्रद्धालु 30 जून तक नहीं कर सकेंगे चारधाम की यात्रा, स्थानीय लोगों को शर्तों के साथ दर्शन की अनुमति

राज्य से बाहर के श्रद्धालु 30 जून तक नहीं कर सकेंगे चारधाम की यात्रा, स्थानीय लोगों को शर्तों के साथ दर्शन की अनुमति
Modified Date: November 29, 2022 / 09:00 pm IST
Published Date: June 9, 2020 3:46 pm IST

नईदिल्ली। उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने राज्य के बाहर से आए श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा को 30 जून तक के लिए स्थगित कर दिया है। उत्तराखंड के लोगों को सीमित संख्या में और सावधानियों के साथ दर्शन की अनुमति दी जाएगी।

ये भी पढ़ें: सनातन धर्म का प्रतीक है शंख, इससे निकली ध्वनि से शुद्ध हो जाता है वातावरण

इसके पहले बदरीनाथ और केदारनाथ धाम की यात्रा 30 जून तक नहीं शुरू करने का फैसला जिला प्रशासन चमोली-रुद्रप्रयाग और हक-हकूकधारियों (मंदिर की व्‍यवस्‍थाएं देखने वाले ग्रामीण) की बैठक में लिया गया था। राज्‍य सरकार ने देवस्‍थानम बोर्ड को इस पर हक-हकूधारियों से बातचीत के बाद निर्णय लेने का अधिकार दिया था। इन सभी पक्षों की सोमवार दोपहर बैठक हुई।

ये भी पढ़ें: अनलॉक के पहले ही दिन दर्ज हुआ इस मंदिर के पुजारी के खिलाफ मामला, जा…

चारधाम यात्रा शुरू करने का जिम्मा उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को सौंपे जाने के सरकार के फैसले के बाद बोर्ड सक्रिय हो गया है। बोर्ड के सीईओ एवं गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन के अनुसार, हक-हकूकधारियों की राय के आधार पर ही यात्रा के संबंध में फैसला लिया गया। इस क्रम में चमोली व रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सोमवार को बदरीनाथ व केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों, हक-हकूकधारियों के साथ बैठक कर विमर्श किया गया। जिसमें बदरीनाथ और केदारनाथ धाम की यात्रा 30 जून तक नहीं शुरू करने का फैसला लिया गया।

ये भी पढ़ें: वर्षा आते ही जुड़ने लगते हैं सावन-भादों के स्तंभ, लक्ष्मीनारायण- भग…


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com