(Dhanteras 2025, Image Credit: IBC24 News Customize)
Dhanteras 2025: हिंदू धर्म में धनतेरस को बेहद पावन और महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। इसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। जो कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर शनिवार को मनाया जाएगा है। मान्यता है कि इसी दिन से दीवाली पर्व की औपचारिक शुरुआत होती है। इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धनवंतरी जी की पूजा होती है। माना जाता है कि इस दिन खरीदारी करने से धन-दौलत में वृद्धि होती है, लेकिन मान्यताओं के मुताबिक कुछ ऐसी वस्तुएं भी हैं, जिन्हें धनतेरस के दिन भूलकर भी नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि इन वस्तुओं को घर लाने से दरिद्रता का वास हो सकता है, तो जानते हैं उन वस्तुओं के बारे में।
पुराणों के मुताबिक, धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी समुद्र मंथन से प्रकट हुई थीं। इसीलिए इस दिन धन की देवी लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की विशेष पूजा की जाती है। हालांकि, पंचांग के अनुसार मुख्य लक्ष्मी पूजन अमावस्या यानी दीपावली की रात को होता है, लेकिन धनतेरस से ही पूजा और खरीदारी की परंपरा की शुरूआत हो जाती है।
धनतेरस पर कुछ विशेष वस्तुएं खरीदना बेहद शुभ और सौभाग्यदायक माना जाता है। जो इस प्रकार है:
धनतेरस के दिन सोने-चांदी के आभूषण या सिक्के खरीदना अत्यंत शुभ होता है। इसे घर में संपन्नता और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है।
इन धातुओं के बर्तन खरीदना भी लाभकारी होता है। मान्यता है कि इससे अन्न की देवी अन्नपूर्णा की अपार कृपा प्राप्त होती है।
अगर बड़ी खरीदारी संभव न हो, तो झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है। झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है और यह आर्थिक उन्नति लाता है।
ऐसी कुछ वस्तुएं हैं जिनकी खरीदारी धनतेरस पर अशुभ मानी जाती है:
धनतेरस के दिन तेल खरीदना वर्जित माना जाता है, क्योंकि यह नकारात्मकता को आकर्षित करता है।
प्लास्टिक को अपवित्र माना गया है, इसलिए इसकी खरीदारी करने से बचना चाहिए।
काला रंग नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ा होता है, अतः इसे भी खरीदारी करने से बचना चाहिए।
जूतों का संबंध शनि ग्रह से होता है, इसलिए इस दिन इनकी खरीदारी करना शुभ नहीं माना जाता।
कांच को राहु से जोड़ा गया है, जो अशुभ फल दे सकता है। इसलिए कांच की वस्तुएं नहीं खरीदना चाहिए।