कालसर्प दोष से मुक्ति पाने मौनी अमावस्या पर करें ये 5 काम, 1 फरवरी है सबसे शुभ दिन
ज्योतिष की माने तो ऐसे जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण कार्य समय पर पूरे नहीं होते हैं। वहीं बार—बार निराशा हाथ लगती है।
धर्म। Mauni Amavasya 2022 : कालसर्प दोष जीवन संघर्ष लाता है। ऐसे में जिन जातकों की कुंडली कालसर्प दोष है। वे माघ मास की अमावस्या यानि मौनी अमावस्या विधि विधान से नाग-नागिन की पूजा करने से दोष से मुक्ति पा सकते हैं। ज्योतिष की माने तो ऐसे जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण कार्य समय पर पूरे नहीं होते हैं। वहीं बार—बार निराशा हाथ लगती है।
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Mauni Amavasya 2022 : ऐसे में जरूरी है कि 1 फरवरी को मौनी अमावस्या पड़ रहा है। इस दिन आवश्यक रूप से नियमों का पालन करते हुए पूजा करें। निश्चित रूप से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलेगी। चलिए आपको बताते हैं 5 उपाय।
पहला – चांदी के नाग-नागिन की पूजा करें
चांदी के नाग-नागिन की पूजा करने से इस दोष से राहत मिलती है। पूजा के बाद नाग-नागिन के इन स्वरूपों को सफेद फूलों के साथ नदी में प्रवाहित कर दें।
दूसरा – नदी में करें स्नान
इस दिन पवित्र नदी में स्नान के बाद भगवान शिव की पूजा करें। इसके बाद शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें। शिव कृपा से कालसर्प दोष दूर हो सकता है।
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तीसरा – घी का दीपक जलाए
Mauni Amavasya 2022 : मौनी अमावस्या के दिन सायं के समय तुलसी के पौधे के समीप घी का दीपक लगाएं और 108 परिक्रमा करें। इससे जीवन में सात्विकता आने के साथ ही समस्त प्रकार के संकटों का नाश होता है।
चौथा – दीपक में केसर की पत्तियां डाल दें
चौथा उपाय यह है कि घर के ईशान कोण में शाम को गाय के घी का दीपक जलाएं। दीपक में रुई की बत्ती की जगह लाल धागे का उपयोग करें। दीपक में केसर की पत्तियां डाल दें, इससे भी लाभ होगा।
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पांचवां – महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें
कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की आराधना करना महत्वर्पूण होता है। उनके आशीर्वाद से ही दोष से राहत मिलती है। इस दिन आप 1008 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। इस दौरान भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक कराएं। इस पूजा से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होगी।

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